A
Hindi News विदेश अमेरिका खुद कर चुके 29 बार इस्तेमाल, अब कहा कि बंद कर देंगे H1B वीजा, भारतवंशी विवेक रामास्वामी का अटपटा बयान

खुद कर चुके 29 बार इस्तेमाल, अब कहा कि बंद कर देंगे H1B वीजा, भारतवंशी विवेक रामास्वामी का अटपटा बयान

हर साल भारत समेत विभिन्न देशों से बड़ी संख्या में लोग काम के लिए अमेरिका जाते हैं। इन्हें H1B वीजा दिया जाता है। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रेस में शामिल विवेक रामास्वामी ने इस सुविधा को खत्म करने की वकालत की है।

Vivek Ramaswamy- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK (VIVEK RAMASWAMY) विवेक रामास्वामी।

जैसे-जैसे अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे ही नेताओं की ओर से अलग-अलग तरीके के वादे किए जा रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से भारतवंशी विवेक रामास्वामी काफी पॉपुलर हो रहे हैं। उनके बोलने की शैली और वादें लोगों को काफी पसंद भी आ रहे हैं। हालांकि, अब उन्होंने एक ऐसा बयान दे दिया है जिससे कई लोगों को निराशा हो सकती है। 

क्या बोले रामास्वामी?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए दावेदारी पेश करने वाले रामास्वामी ने एच-1बी वीजा की सुविधा को खत्म करने की बात कही है। उन्होंने इसे सिस्टम को गिरमिटिया दासता का रूप बताते हुए कहा कि इस लॉटरी आधारित सिस्टम को खत्म कर देना चाहिए। रामास्वामी के अनुसार, एच-1बी वीजा से सिर्फ उन कंपनियों को लाभ पहुंचता है जिन्होंने एच-1बी अप्रवासी को स्पांसर किया था। 

इस सुविधा से बदलेंगे
विवेक रामास्वामी ने कहा है कि अमेरिका में चेन बेस्ड माइग्रेशन को खत्म करने की जरूरत है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जो लोग अमेरिका में परिवार के सदस्य के रूप में आते हैं वे योग्यता वाले माइग्रेंट्स नहीं होते हैं। रामास्वामी ने कहा कि अगर वो अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे तो एच-1बी वीजा सिस्टम को मेरिटोक्रेटिक एंट्री से बदल देंगे। 

खुद किया 29 बार इस्तेमाल
खास बात ये है कि वर्तमान में अमेरिका में जारी एच-1बी वीजा की सुविधा का इस्तेमाल खुद विवेक रामास्वामी ने भी कई बार किया है। रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने 29 बार इसका इस्तेमाल किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपनी फार्मा कंपनी में हाई स्किल्ड कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए रामास्वामी ने कई बार एच-1बी वीजा की सुविधा का फायदा उठाया है। 

क्या है एच-1बी वीजा?
अमेरिकी प्रशासन द्वारा जारी किए जाने वाले एच-1बी वीजा को एक गैर-प्रवासी वीजा माना जाता है। इन्हें अमेरिका में काम करने जाने वाले लोगों को दिया जाता है। कुशल कर्मचारियों की कमी को देखते हुए अमेरिकी कंपनियां अपने यहां अलग देशों के लोगों को हायर करती है। एच-1बी वीजा पाने वाला शख्स अपनी पत्नी और बच्चों के साथ अमेरिका में रह सकता है। इस वीजा की अवधि 6 साल तक के लिए होती है। इसके बाद लोग अमेरिकी नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं। 

ये भी पढ़ें- 'खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या में हो सकता है भारत का हाथ', कनाडा की संसद में पीएम जस्टिन ट्रूडो का बयान

ये भी पढ़ें- 'कनाडा सरकार के आरोप बेबुनियाद', आतंकी निज्जर पर जस्टिन ट्रूडो के बयान को भारत ने कड़ाई से किया खारिज

Latest World News