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बिहार में भीषण आंधी-पानी और वज्रपात का कहर, 58लोगों की मौत, मुआवजे का ऐलान

बिहार में गुरुवार को एक बार फिर वज्रपात और आंधी-पानी का कहर देखने को मिला है। इससे पहले बुधवार को बिजली गिरने के कारण 22 लोगों की मौत हो गई थी।

Lightning struck Bihar once again 7 people died yesterday 13 people had lost their lives- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO प्रतीकात्मक तस्वीर

बिहार में आंधी, पानी और वज्रपात से गुरुवार को 58 लोगों की मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार को बिहार के अलग-अलग इलाकों में हुए वज्रपात में 23 लोगों की मौत हो गई है। जबकि आंधी और बारिश के दौरान पेड़ और दीवार गिरने से 35 लोगों की मौत हो गई। आंधी की वजह से सबसे ज्यादा नालंदा जिले में 22 लोगों की मौत हो गई। 

वज्रपात से 23 लोगों की मौत हो गई इसमें सीवान में 4, जमुई में 3, सहरसा, अररिया और सारण में दो-दो, पटना, जहानाबाद, भोजपुर, दरभंगा,अरवल, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, कटिहार और भागलपुर में 1-1 शख्स की जान चली गई। आंधी और बारिश से 35 लोगों की मौत हुई है। जिनमें नालंदा मे 22, भोजपुर में 5, गया में 3, और गोपालगंज जहानाबाद पटना अरवल और मुजफ्फरपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। बता दें कि दो दिन पहले भी बिहार में वज्रपात से 22 लोगों की मौत हो गई थी।

 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया मुआवजे का ऐलान

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात से जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने सभी मृतकों के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं। बता दें कि बुधवार को वज्रपात की घटनाओं के कारण बेगूसराय जिले में 05, दरभंगा जिले में 04, मधुबनी जिले में 03 एवं समस्तीपुर जिले में 01 व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया। वज्रपात के कारण बुधवार को 22 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। इस तरह पिछले 48 घंटों में कुल 58लोग वज्रपात की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने की सतर्कता बरतने की अपील

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें। खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें। बिहार में वज्रपात से ज्यादा मौतों के कई कारण हैं, जिनमें जलवायु परिवर्तन, मानसून के दौरान नमी और बारिश के पैटर्न में बदलाव और ग्रामीण क्षेत्रों में खेती के दौरान लोगों का खुले में रहना शामिल है।