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सफलता कभी सूरत नहीं देखती और हुनर उम्र नहीं पढ़ता

नई दिल्ली: हुनर उम्र का मोहताज नहीं होता और न हीं सफलता सिर्फ चेहरे की झुर्रियों से तय होती है। खुली आंखों से अपने अंदाज में दुनिया को देखने वाले युवा भी कभी कभार ऐसे

छोटी उम्र में छू लीं इन...- India TV Hindi छोटी उम्र में छू लीं इन लोगों ने ऊंचाईयां

नई दिल्ली: हुनर उम्र का मोहताज नहीं होता और न हीं सफलता सिर्फ चेहरे की झुर्रियों से तय होती है। खुली आंखों से अपने अंदाज में दुनिया को देखने वाले युवा भी कभी कभार ऐसे चमत्कार कर देते हैं कि उनकी प्रतिभा को सलाम करने का मन हो उठता है। सही मायनों में सफलता की इबारत आपकी उम्र से नहीं बल्कि आपके दृढ़ निश्चयी और मजबूत इरादों वाले परिपक्व दिमाग से लिखी जाती है। जब कभी भी तकनीक की बात होती है तो भारत के उन युवा एवं होनहार दिग्गजों की गिनती होने लगती है जिन्होंने हिंदुस्तान का मान वैश्विक पटल पर बढ़ाया है। एचसीएल के फाउंडर और चेयरमैन शिव नडार हो, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला हों या फिर गूगल के नए सीईओ सुंदर पिचई..ये सिर्फ नाम नहीं बल्कि देश के उन तमाम लोगों के लिए प्रेरणा हैं जो तकनीक के क्षेत्र में कदम रखते हैं साथ ही इन होनहारों की सफलता उन लोगों को जवाब भी है जो यह मानते हैं कि आप सिर्फ बड़ी उम्र के साथ जब अनुभव लेते हैं तभी सफल हो सकते हैं।

1. साहिल लाविंजिआ-

19 साल की उम्र में साहिल ने GUMROAD नाम से एक वेब टूल बनाया। इसके माध्यम से कोई भी कंपनी अपने प्रोडक्ट को बिना किसी विचौलिए के सीधे ग्राहक तक पहुंचा सकती है। इससे पहले साहिल PINTEREST में हेड डिजायनर की भूमिका में थे। साहिल ने पिनट्रैस्ट को छोड़कर अपना वेंचर गमरोड नाम से शुरू किया। 2012 के आंकड़ों के मुताबिक साहिल के इस स्टार्टअप ने 70 लाख डॉलर का फंड जुटाया है।

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