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Hindi News बिज़नेस सफलता कभी सूरत नहीं देखती और हुनर उम्र नहीं पढ़ता

सफलता कभी सूरत नहीं देखती और हुनर उम्र नहीं पढ़ता

नई दिल्ली: हुनर उम्र का मोहताज नहीं होता और न हीं सफलता सिर्फ चेहरे की झुर्रियों से तय होती है। खुली आंखों से अपने अंदाज में दुनिया को देखने वाले युवा भी कभी कभार ऐसे

2. ईशा खरे -

ईशा को 2013 में 18 साल की उम्र में इंटल इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर में यंग साइंटिस्ट के अवार्ड से नवाजा गया। ईशा ने 50000 डॉलर की ईनामी राशि जीती थी। ईशा को यह अवार्ड मोबाइल की बैटरी चार्ज करने वाले एक छोटे कैपेसिटर की खोज करने के लिए मिला था। यह घंटों में चार्ज होने वाली बैटरी को चंद सेकेंड में चार्ज कर सकता था। इसके बाद ईशा को गूगल जैसी तमाम कंपनियों में मौके मिले।

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