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Sora AI बनेगा क्रिएटिव इंडस्ट्री का 'फ्यूचर'? जानें OpenAI का यह टूल क्यों है खास

Sora AI: चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी OpenAI ने हाल ही में अपना टेक्स्ट-टू-वीडियो जेनरेशन टूल Sora AI पेश किया है। यह टूल किसी भी टेक्स्ट को वीडियो में कन्वर्ट कर सकता है। जानकारों का मानना है कि यह एआई टूल भविष्य में क्रिएटिव इंडस्ट्री की तस्वीर बदल सकता है।

Sora AI- India TV Hindi Image Source : FILE OpenAI ने हाल ही में टेक्स्ट-टू-वीडियो जेनरेटिव टूल Sora AI लॉन्च किया है।

Sora AI: चैटजीपीटी जैसे जेनरेटिव एआई टूल बनाने वाली कंपनी OpenAI ने अपना नया 'टेक्स्ट-टू-वीडियो' जेनरेटिंग एआई टूल 'सोरा' पेश किया है। कंपनी के सीईओ का कहना है कि यह क्रिएटर्स के लिए एक अहम टूल साबित होगा। इस टूल के जरिए आप अपने टेक्स्ट स्क्रिप्ट का हाई क्वालिटी वीडियो क्रिएट कर सकेंगे। इन दिनों जिस तरह युवाओं के बीच शॉर्ट वीडियो और रील्स लोकप्रिय हो रहे हैं, यह AI टूल वीडियो क्रिएटर्स के लिए खास होने वाला है। आइए, जानते हैं OpenAI के इस नेक्स्ट जेनरेशन 'टेक्स्ट-टू-वीडियो' जेनरेटिंग एआई टूल 'सोरा' के बारे में अहम बातें...

बना सकता है क्रिएटिव वीडियो

Sora AI के जरिए यूजर्स अपने स्क्रिप्ट को हाई क्वालिटी प्रोफेशनल वीडियो में कन्वर्ट कर सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म की खास बात यह है कि इसमें यूजर्स को वीडियो क्रिएट करने के लिए न तो किसी फुटेज और न ही किसी इमेज का इस्तेमाल करना पड़ता है। यह एआई टूल अपनी स्किल्स का इस्तेमाल करके क्रिएटिव वीडियो जेनरेट कर सकता है।

एडवांस DALL-E लैग्वेज मॉडल पर करता है काम

ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन के मुताबिक, यह टूल एडवांस लैंग्वेज मॉडल DALL-E पर काम करता है। इसे फिलहाल केवल सीमित क्रिएटर्स के लिए इन्वाइट के आधार पर टेस्टिंग के लिए रोल आउट किया गया है।

Image Source : FILESora AI

इमेजिनेशन बेस्ड वीडियो क्रिएशन

OpenAI के इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस वीडियो जेनरेटर टूल में यूजर की इमेजिनेशन के आधार पर वीडियो जेनरेट किया जा सकता है। इसके लिए यूजर को अपनी स्क्रिप्ट में अपनी इमेजिनेशन का इस्तेमाल करना होगा। उदाहरण के तौर पर अगर यूजर किसी नेचुरल सीन को अपने वीडियो में देखना चाहते हैं, तो वो अपने स्क्रिप्ट में इसका जिक्र करेंगे, जिसके बाद यह टूल नेचुरल सीन के साथ वीडियो को क्रिएट कर देगा।

60 सेकेंड लंबा वीडियो

कंपनी से सीईओ ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि यह एआई जेनरेशन टूल फिलहाल 60 सेकेंड्स तक का क्रिएटिव वीडियो जेनरेट कर सकता है। अन्य एआई वीडियो जेनरेशन टूल में अधिकतम 4 सेकेंड्स तक का वीडियो क्लिप जेनरेट किया जा सकता है। ओपनएआई से पहले भी कई टेक कंपनियों ने अपने वीडियो जेनरेशन टूल की घोषणा की है, लेकिन इसकी यूनीक बात यह है कि यह इंडस्ट्री स्टैंडर्ड क्वालिटी का वीडियो जेनरेट कर सकता है।

बनेगा क्रिएटिव इंडस्ट्री का फ्यूचर?

ओपनएआई का यह एआई टूल भी चैटजीपीटी (ChatGPT) की तरह लोकप्रिय होने वाला है। आने वाले दिनों में यह एआई टूल क्रिएटिव इंडस्ट्री जैसे कि फिल्म मेकिंग, एडवर्टाइजिंग, ग्राफिक्स डिजाइन, गेमिंग आदि को पूरी तरह से बदल देगा। इस AI टूल के जरिए हाई क्वालिटी और ग्राफिक्स वाले वीडियो जेनरेट किए जा सकते हैं। हालांकि, इस टूल की वजह से परंपरागत स्टॉक वीडियो जेनरेशन इंडस्ट्री को खतरा हो सकता है।

AI पर टेक कंपनियां कर रही फोकस

इन दिनों Google, Microsoft, Meta, X, Apple, Baidu जैसी बड़ी टेक कंपनियां जेनरेटिव एआई (AI) पर फोकस कर रही हैं। माइक्रोसॉफ्ट का को-पायलट और गूगल की जेमिनी एआई इसका उदाहरण है। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सर्च इंजन में एआई फीचर को इंटिग्रेट किया है, जिसकी वजह से यूजर्स को सर्च करने का नया एक्सपीरियंस मिलने लगा है।

IBM India की हाल में आई रिपोर्ट के मुताबिक, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ने पिछले साल वेब डिजाइन, डेटा साइंस, डिजिटल मार्केटिंग जैसे क्षेत्र में बड़ी मात्रा में नौकरियां क्रिएट की हैं। वहीं EY India का अनुमान है कि 2030 तक जेनरेटिव आई के जरिए भारत की अर्थव्यवस्था बूस्ट होगी और रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे। यह AI सेक्टर के लिए एक पॉजिटिव साइन है। सोरा और चैटजीपीटी जैसे एआई टूल न सिर्फ एंड यूजर का काम आसान करेंगे, बल्कि इंडस्ट्री को भी इसका फायदा होने वाला है।

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