सूरत: धर्म परिवर्तन रोधी कानून के तहत पहली गिरफ्तारी, सरकारी स्कूल का प्रिंसिपल गिरफ्तार
गुजरात के सूरत में पुलिस ने धर्म परिवर्तन रोधी कानून के तहत पहली गिरफ्तारी करते हुए सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को पकड़ा है। अदालत ने आरोपी शिक्षक को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

गुजरात सरकार के धर्म परिवर्तन रोधी कानून के तहत सूरत पुलिस ने मांडवी तहसील के सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया है। पीड़िता की शिकायत के अनुसार प्रिंसिपल के बेटे डॉक्टर अंकित चौधरी ने पीड़िता को शादी का झांसा देकर 2 साल तक रेप किया और बाद में शादी से इनकार कर दिया। धर्मांतरण कराने वाले प्रिंसिपल रामजी चौधरी को कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
अंकित चौधरी के खिलाफ सूरत जिले के मांडवी थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई। पुलिस जब पीड़िता से पूछताछ कर रही थी, तब पीड़िता ने बताया कि डॉक्टर अंकित चौधरी के पिता रामजी चौधरी जो सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल है, उसने मेरा धर्मपरिवर्तन कर ईसाई धर्म अंगीकार करवाया था। पीड़िता के चौंकाने वाले खुलासे से पुलिस भी चौक गई। पुलिस जांच में पीड़िता का आरोप सही पाया गया ओर सरकारी स्कूल प्रिंसिपल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
ईसाई धर्म अपनाने पर मजबूर किया
सूरत जिला एसपी राजेश गढ़िया ने बताया कि जिले के मांडवी तहसील मई 2025 को बलात्कार की फरियाद दाखिल हुई थी। पीड़िता ने फरियाद की थी कि मुझे दो साल तक शादी का झांसा देकर उन पर रेप किया गया है। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर अंकित चौधरी को गिरफ्तार कर लिया था। जांच के दौरान पीड़िता ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि डॉक्टर अंकित चौधरी के पिता रामजी भाई चौधरी जो मांडवी गांव में सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल है उसने मेरा धर्म परिवर्तन कर ईसाई धर्म अंगीकार करवाया था। पीड़िता ने बताया कि मेरे पूरे परिवार का भी लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाने वाले थे।
आरोपी प्रिंसिपल गिरफ्तार
एसपी राजेश गढ़िया ने बताया कि पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए डिप्टी एसपी को जांच सौंपी थी। जांच के दौरान पुलिस को पीड़ित ने जो आरोप लगाए थे, वह सही पाए गए। पुलिस द्वारा रामजी चौधरी पर गुजरात धर्म स्वतंत्र अधिनियम 2021 के तहत कोर्ट में रिपोर्ट किया गया। पुलिस ने फौरन आरोपी सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल रामजी भाई चौधरी को गिरफ्तार कर लिया।
शिक्षा विभाग को दी जानकारी
एसपी राजेश गढ़िया ने बताया कि रामजी भाई चौधरी मांडवी के पीपलवाडा गांव की स्कूल में प्रिंसिपल है। सरकार की स्कूल में प्रिंसिपल होने के बावजूद कानून का उल्लंघन कर पीड़िता का धर्म परिवर्तन करवाया। सरकार के शिक्षण विभाग को इनकी जानकारी दी दी गई है, जो सरकारी लेवल पर प्रिंसिपल के विरुद्ध कड़क कार्रवाई करेंगे।
प्राथमिक जांच में बड़ा खुलासा
सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल होने के बावजूद प्रिंसिपल रामजी चौधरी पीआरई एवर लास्टिंग लाइफ के नाम से चेरिटेबल ट्रस्ट भी चलता था और उनका प्रमुख भी था, जो चैरिटी कमीशन की ऑफिस में 2014 ने रजिस्टर्ड हुआ था। अब पुलिस यह भी जांच कर रही है कि ट्रस्ट के नाम से वोह कोई अवैध धंधा तो नहीं करता था। चेरिटेबल ट्रस्ट के नाम पर आदिवासियों का धर्म परिवर्तन तो नहीं करवाता था। पुलिस अब ट्रस्ट के दूसरे 11 सदस्यों की भी जांच कर रही है कि भूतकाल में उन्होंने धर्मपरिवर्तन तो नहीं करवाया, अगर करवाया तो कितने लोगों का करवाया, उसकी भी पुलिस जांच कर रही है। जांच पूरी होने पर बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
(सूरत से शैलेष चांपानेरिया की रिपोर्ट)
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