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Hindi News हेल्थ #JeetegaIndia-हारेगा कोरोना: कितना खतरनाक हो सकता है कोरोना का थर्ड म्यूटैंट वायरस, जानें वैज्ञीनिकों का नजरिया

#JeetegaIndia-हारेगा कोरोना: कितना खतरनाक हो सकता है कोरोना का थर्ड म्यूटैंट वायरस, जानें वैज्ञीनिकों का नजरिया

इंडिया टीवी पर कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' जारी है। इस कॉन्क्लेव में देश के टॉप वैज्ञीनिकों ने कोरोना के थर्ड वेब पर चर्चा की। इस दौरान वैज्ञीनिकों ने लॉकडाउन खुलने पर क्या होगा? कोविड से बचाव कैसे करें? ऐसे तमाम विषयों पर बातचीत की।

coronavirus- India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM/CORONAVIRUS.DELHI कोरोना वायरस 

कोरोना के सेकेंड वेब में अबतक लाखों लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। इसी बीच ब्लैक फंगस का कहर भी लगातार जारी है। ऐसे में इस बात में कोई दो राय नहीं कि लोगों के मन में इसे लेकर कई तरह से सवाल उठ रहे होंगे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए इंडिया टीवी पर कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' के जरिए लोगों के मन में उठ रहे सवालों के जवाब देने का प्रयास लगातार जारी है। कॉन्क्लेव 'जीतेगा इंडिया, हारेगा कोरोना' में देश के टॉप वैज्ञीनिकों ने कोरोना के थर्ड वेब पर चर्चा की। इस दौरान वैज्ञीनिकों ने लॉकडाउन खुलने पर क्या होगा? कोविड से बचाव कैसे करें? ऐसे तमाम मुद्दों पर बातचीत की।

सवाल: क्या कोरोना धीरे-धीरे विदा हो रहा है? 

जवाब: डॉ.राकेश मिश्रा, वॉरोलॉजिस्ट 
ये बहुत अच्छी बात है। लेकिन, ये बहुत जरूरी है ध्यान देना कि अभी हम बहुत दूर हैं अपनी जीत से। मैजूदा वक्त में केसेज के कम होने से चिंता कम हुई है। 

डॉ.शैली महाजन, जीनोमिक्स एक्सपर्ट
सवाल: क्या सीख लिया है हमने पिछले साल?
जवाब: ये अच्छी खबर है कि कोरोना कम हो रहा है। अगर लॉकडाउन खुल जाए इसका मतलब ये नहीं कि इसका खतरा कम हो गया है। इस साल जो पाक आई थी तो पॉजिटिविटी रेट 45% थी। 

सवाल: दो तरह के लोग होते हैं एक वो जिनमें कोरोना का डर नहीं दूसरे वो जो ज्यादा डरते हैं? 

जवाब: जो ये इन्फेक्शन ये एरोसोल इन्फेक्शन है। यानी ये एक व्यक्ति से दूसरे में फैलता है। सरफेस ट्रांसमिशन में इसका कोई रोल नहीं है। कोरोना से बचाव के लिए जरूरी है कि पैनिक न हों। अपने हाथों को समय-समय पर धो लें। 

क्या सरफेस ट्रांसमिशन से कोरोना फैलने की संभावना है? 

डॉ. पॉली राय 
नहीं, किसी भी तरह के सरफेस से कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में नहीं फलता। ये केवल संक्रमित व्यक्ति के सीधा संपर्क करने से होता है। किसी के सांस लेने पर, चिल्लाने पर ये हवा में फैलता है। 
डॉ. पॉली ने ये भी बताया कि बेवजह दवाइयां न लें। सिर्फ डॉक्टर्स की सलाह पर दवाईयां लें। 

डॉ. राकेश मिश्रा, वायरोलॉजिस्ट ने कहा कि सरफेस पर इन्फेक्शन के होने को पूरी तरह से नहीं नकारा जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि घर में वेंटिलेशन रखें। सब्जियों को ब्लीच करने की जरूरत नहीं। न्यूजपेपर को पढ़ने के बाद हाथों को धो लें। ऐसी अच्छी आदतों को अपनाना जरूरी है।  

वेंटिलेश कितना जरूरी?

डॉ. राकेश मिश्रा
अगर आपने अपने घर को एक बार साफ कर लिया और बाहर से कोई नहीं आया तो ऐसे में आपको घबराने की जरूरत नहीं है। लेकिन, अगर आप कहीं बाहर जातें हैं तो ऐसे में हाथ धुलना और मास्क पहनना न भूलें। 

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