कीड़े के अंडे खाकर पतले हो रहे लोग, ये जानलेवा है, हो सकती है मौत, जानिए क्या है टेपवॉर्म डाइट
Tapeworm Diet For Weight Loss: कई देशों में लोग कीड़े के अंडे यानि वॉर्म के एग खाकर पतले हो रहे हैं। इसे टेपवॉर्म डाइट कहते हैं। इस तरह की डाइट खतरनाक है जो जानलेवा साबित हो सकती है। जानिए ये वॉर्म्स पेट के अंदर क्या करते हैं?

क्या आप पतले होने के लिए कभी वॉर्म्स खा सकते हैं। आपको वॉर्म्स के अंडे दवा के रूप में खाने पड़ें तो सोचिए क्या होगा। जी हां ऐसे कई देश हैं जहां टेपवॉर्म्स की गोलियां लोग मोटापा कम करने के लिए खाते हैं। इन देशों में अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक का नाम शामिल है। हालांकि सरकार की ओर से इस तरह की दवाओं पर पूरी तरह के बैन है, लेकिन आज भी चोरी छुपे लोग इस तरह की दवाओं का सेवन कर रहे हैं। साल 2024 फर्स्ट पोस्ट में छपी एक रिपोर्ट में भी ऐसे मामले का जिक्र किया गया था। जिसमें महिला ने वजन कम करने के लिए कीड़े के अंडे वाली दवा यानि टेपवॉर्म खाए थे। जिसके बाद महिला की मौत हो गई थी। जानिए क्या है टेपवॉर्मस डाइट और क्यों ये है इतनी खतरनाक?
क्या है टेपवॉर्म डाइट?
वजन कम करने के लिए सालों से कुछ लोग टैपवार्म डाइट को अपना रहे थे। जिससे इंसान को कई बीमारियां यहां तक कि मौत भी हो सकती है। कहा जाता है कि इस डाइट में पिल्स के रूप में टेमवर्म (कीड़े) के अंडे खाए जाते हैं। ये पैरासाइट्स होते हैं। पेट में कुछ समय बाद अंडों से कीड़े निकलते हैं। ये कीड़े पेट के अंदर आपके खाने को खाते हैं। यानि कि आपने जो भी डाइट ली है उसे आपका शरीर नहीं बल्कि पेट में पनप रहे कीड़े खा लेते हैं। मतलब सीधा सा है आपने जो खाना खाया, वो खाना आपके बजाय पेट में पल रहे कीड़ों की डाइट बन जाता है। जिससे इंसान का वजन तेजी से कम होने लगता है।
10 मीटर लंबे हो सकते हैं पेट में ये कीड़े
पेट में ये कीड़े अडों के रूप में जाते हैं जो तेजी से बढ़ते हैं। गोली से निकलकर ये वॉर्म्स पेट में पनपने लगते हैं। ये वॉर्म्स 9-10 मीटर तक लंबे हो सकते हैं और शरीर के किसी भी हिस्से में पहुंच सकते हैं। इंसान के शरीर को अंदर से कमजोर बना देते हैं और जहां ये वॉर्म्स पहुंचते हैं उस अंग को प्रभावित करने लगते हैं। गंभीर स्थिति होने पर इंसान की मौत भी हो जाती है। पेट में वॉर्म्स के पनपने पर उल्टी, जी मिचलाना, दस्त, सिर में दर्द और पेट में दर्द जैसी समस्याएं होती हैं।
कैसे हुई टेपवॉर्म खाने की शुरुआत
रिपोर्ट्स की मानें तो ये डाइट ब्रिटेन की महारानी क्वीन विक्टोरिया के जमाने में काफी मशहूर थी। 1837–1901 के बीच का दौर विक्टोरियन इरा कहलाता है। इस दौर में महिलाएं खूबसूरत दिखने की चाहत में टेपवर्म डाइट को अपनाती थीं। महिलों को पतली कमर की चाहत थी और इसी चाहत ने जन्म दिया टैपवार्म डाइट को। कहा जाता है कि मारिया कैलस 1940 के दौर में अमेरिका की मशहूर ओपरा सिंगर ने भी ये डाइट फॉलो की और अपना वजन रातों रात कम कर लिया था। हालांकि उन्होंने इसके बारे में कभी खुलकर बात नहीं की, लेकिन माना जाता है कि इसी टेपवार्म डाइट की वजह से 1977 में 53 साल की उम्र में मारिया ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
टेपवॉर्म मेडिसिन पर लगी है रोक
जिन भी महिलाओं ने ये डाइट ली उनमें से ज्यादातर महिलाओं ने कुछ न कुछ हेल्थ इश्यूज फेस किए और कई की तो मौत भी हो गयी। जिसके बाद बहुत सी जगहों पर इन पिल्स को बैन कर दिया गया। लेकिन हैरानी की बात ये है कि अभी भी कुछ लोग इस तरह की दवाओं का सेवन कर रहे हैं।
Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।)