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Hindi News हेल्थ ब्रेस्टफीडिंग मदर्स के लिए खतरनाक ये चीजें, खाने से मां और बच्चे की सेहत को हो सकता है भारी नुकसान

ब्रेस्टफीडिंग मदर्स के लिए खतरनाक ये चीजें, खाने से मां और बच्चे की सेहत को हो सकता है भारी नुकसान

अगर आप भी नई-नई मां बनी हैं और अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करवाती हैं, तो आपको खाने-पीने की कुछ चीजों से दूरी बना लेनी चाहिए वरना आपके और आपके बच्चे की सेहत बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है।

ब्रेस्टफीडिंग मदर्स को क्या नहीं खाना चाहिए?- India TV Hindi Image Source : FREEPIK ब्रेस्टफीडिंग मदर्स को क्या नहीं खाना चाहिए?

मां का दूध नवजात शिशु के लिए प्रकृति का एक अनमोल उपहार है। मां का दूध पीने से न केवल बच्चे को पोषण मिलता है बल्कि उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है। ब्रेस्टफीडिंग की वजह से मां और नवजात शिशु के बीच में एक गहरा भावनात्मक रिश्ता भी बनता है। ब्रेस्टफीडिंग की वजह से मां के गर्भाशय को ठीक होने में भी मदद मिलती है। आइए क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट, हेल्थ कोच और TEDx स्पीकर डॉ. निधि निगम से जानते हैं कि ब्रेस्टफीडिंग मदर्स को खाने-पीने की किन चीजों से परहेज करना चाहिए।

ऑयली, फ्राइड और स्पाइसी फूड्स न खाएं

अगर आप बच्चे को ब्रेस्टफीड करती हैं, तो आपको ऑयली, फ्राइड या फिर मसालेदार खाने की चीजों को नहीं खाना चाहिए। इस तरह के फूड आइटम्स आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं। इसके अलावा ब्रेस्टफीडिंग मदर्स को प्रिजर्वेटिव और आर्टिफिशियल फ्लेवर्स वाले पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड आइटम्स से भी परहेज करना चाहिए।

नुकसान पहुंचा सकती है चाय/कॉफी

डॉ. निधि निगम ने बताया कि बहुत ज्यादा कैफीन यानी चाय, कॉफी भी ब्रेस्टफीडिंग मदर्स और नवजात शिशु की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। अगर आप अपने बच्चे को ब्रेस्टफीड करती हैं, तो आपको अल्कोहल को बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ जड़ी बूटियां और दवाइयां (जैसे ज्यादा मात्रा में सेज या पेपरमिंट) भी दूध की आपूर्ति को कम कर सकती हैं।

ब्रेस्टफीडिंद मदर्स के लिए जरूरी बात

स्तनपान के दौरान शरीर के बहुत सारे बॉडी फ्लूड्स का उपयोग होता है। यही वजह है कि ब्रेस्टफीडिंग मदर्स के लिए पानी भी उतना ही जरूरी होता है, जितना कि खाना। एक मां को हाइड्रेटेड रहने के लिए पर्याप्त पानी, नारियल पानी, सूप या फिर हर्बल ड्रिंक्स पीनी चाहिए। हाइड्रेटेड रहने से मां को न केवल थकान कम होती है बल्कि दूध की आपूर्ति भी स्थिर रहती है। याद रखें कि एक मां जो खाती है, वो न केवल उसे पोषण देता है बल्कि वही उसके बच्चे के लिए भी ताकत का सोर्स बन जाता है।

डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।

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