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Hindi News भारत राष्ट्रीय फेज 3 ट्रायल में 77.8 फीसदी असरदार पाई गई कोवैक्सीन: सूत्र

फेज 3 ट्रायल में 77.8 फीसदी असरदार पाई गई कोवैक्सीन: सूत्र

भारत बायोटेक की वैक्सीन Covaxin को फेज 3 ट्रायल में कोरोना वायरस के खिलाफ 77.8 फीसदी असरदार पाया गया है।

Covaxin, Bharat Biotech, Bharat Biotech Covaxin, Bharat Biotech - India TV Hindi Image Source : PTI भारत बायोटेक की वैक्सीन Covaxin को फेज 3 ट्रायल में कोरोना वायरस के खिलाफ 77.8 फीसदी असरदार पाया गया है।

नई दिल्ली: भारत बायोटेक की वैक्सीन Covaxin को फेज 3 ट्रायल में कोरोना वायरस के खिलाफ 77.8 फीसदी असरदार पाया गया है। न्यूज एजेंसी ANI के सूत्रों ने बताया कि DCGI की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी द्वारा अप्रूव किए गए फेज 3 ट्रायल डेटा के मुताबिक कोवैक्सीन कोरोना के खिलाफ 77.8 फीसदी असरदार है। अभी हाल ही में खबर आई थी कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन के लिए रूचि की अभिव्यक्ति (EOI) प्रस्ताव को स्वीकार लिया है और टीके को मंजूरी के संबंध में दस्तावेज सौंपे जाने के पहले 23 जून को डब्ल्यूएचओ के साथ बैठक होगी।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक इस बैठक में उत्पाद की विस्तृत समीक्षा नहीं की जाएगी लेकिन टीका निर्माता के पास टीके की गुणवत्ता को लेकर एक संक्षिप्त विवरण पेश करने का अवसर होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट पर डब्ल्यूएचओ ईयूएल-पीक्यू मूल्यांकन प्रक्रिया दस्तावेज में कोविड-19 टीकों की स्थिति पर यह जानकारी दी गई है। बैठक से पहले ही DCGI की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी द्वारा वैक्सीन को 77.88 फीसदी असरदार पाया गया है। बता दें कि भारत बायोटेक ने पिछले महीने कहा था कि उसे अपने टीके कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल के लिए WHO से जुलाई-सितंबर तक मंजूरी मिल जाने की उम्मीद है।


WHO के दिशा-निर्देश के मुताबिक आपात इस्तेमाल सूचीबद्ध (ईयूएल) ऐसी प्रक्रिया है जिसके तहत लोक स्वास्थ्य संकट के समय नए या गैर लाइसेंस प्राप्त उत्पादों के इस्तेमाल की मंजूरी दी जाती है। WHO के मुताबिक औषधि के दस्तावेज सौंपे जाने से पहले की बैठक में सलाह और मशविरा का अवसर दिया जाता है। आवेदनकर्ता को WHO के मूल्यांकन करने वालों से मुलाकात का भी मौका मिलता है जो कि उस उत्पाद की समीक्षा में शामिल होंगे। WHO ने दस्तावेज सौंपे जाने से पहले की इस बैठक के बारे में बताया, ‘दस्तावेज सौंपे जाने से पहले की बैठक में आंकड़ों या अध्ययन रिपोर्ट की विस्तृत समीक्षा नहीं की जाती। बैठक का महत्वपूर्ण पहलू उत्पाद के बारे में एक समग्र संक्षिप्त विवरण पेश करना है।’

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