अमेरिका के कोर्नेल यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 1992 से 2016 तक घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले खराब ईंधन की वजह से भारत में 1,000 शिशुओं और बच्चों में से 27 की मौत हो जाती थी।
मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, खाद्य उत्पादों के निर्माण, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खनिज तेल, अन्य विनिर्माण आदि की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति पिछले महीने 1.26 प्रतिशत थी।
डब्ल्यूएचओ के कानूनी अधिकारी स्टीवन सोलोमन ने कहा कि स्वास्थ्य नियमों को संशोधित करने का कदम तुरंत प्रभावी नहीं होगा, बल्कि यह टेड्रोस द्वारा निर्णय के बारे में देशों को औपचारिक रूप से सूचित करने के एक साल बाद लागू होगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दुनिया को कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक महामारी आने की आशंका के प्रति अगाह किया है। डब्ल्यूएचओ ने यह चेतावनी एक ब्रिटिश वैज्ञानिक की रिपोर्ट को आधार बनाकर दिया है, जिसमें कोविड-19 से ज्यादा गंभीर महामारी के आने की आशंका जताई गई है।
कोविशील्ड निर्माता एस्ट्राजेनेका ने पिछले हफ्ते कोर्ट में यह स्वीकार किया था कि उसकी वैक्सीन के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं, हालांकि एक्सपर्ट का कहना था कि जिन्हें ये टीका लगा है, उन्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जानवरों के कच्चे दूध में एच5एन1 बर्ड फ्लू वायरस पाए जाने की पुष्टि की है। इससे दुनिया के कई देशों में हड़कंप मच गया है। वैज्ञानिकों ने बताया है कि यह वायरस पक्षियों से गायों में और गायों से गायों और गायों से मनुष्यों तक में फैल रहा है।
‘डिसीज एक्स‘ बीमारी दुनिया के लिए एक और खतरे की घंटी बन गई है। इसे लेकर डब्ल्यूएचओ ने भी चेतावनी दी है। साथ ही यह भी कहा है कि यह बीमारी कोविड से भी 20 गुना घातक हो सकती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के रोक अंतरराष्ट्रीय वर्गीकरण यानी आईसीडी के 11वें संशोधन में आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध चिकित्सा पर आधारित रोगों को परिभाषित करने वाली शब्दावली को शामिल किया गया है। इस बात की जानकारी बुधवार को आयुष मंत्रालय ने दी।
कोरोना के बढ़ते डर के बीच WHO ने कहा है कि अभी तक लगाई गई वैक्सीन से नए सब वैरिएंट JN.1 और SARS-CoV-2 से लड़ने में सक्षम हैं। हालांकि इसके बाद भी संगठन ने सावधानी बरतने की अपील की है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि लोग भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। इसके साथ ही मास्क और सैनेटाइजर का प्रयोग करें।
WHO ने सांस संबंधी बीमारियों को लेकर अलर्ट जारी किया है। वहीं कोरोना के नए वैरिएंट पर भी हिदायत दी है। डब्लूएचओ ने कहा है कि वायरस अपना स्वरूप बदल रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सदस्य देशों से अपील की है कि वह मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी नियमों को लागू करें और कड़ी निगरानी करें।
पीपीआई ग्लोबल लेवल पर वस्तुओं और सेवाओं दोनों में मूल्य आंदोलनों को ट्रैक करता है। पीपीआई किसी निर्माता को घरेलू बाजार/निर्यात में बेची गई अपनी वस्तुओं/सेवाओं के लिए प्राप्त होने वाली कीमत में औसत परिवर्तन को मापता है।
WHO ने चीन से देश के उत्तरी हिस्से में बच्चों को हो रहे अजीब रह के निमोनिया को लेकर मीडिया में आई खबरों का हवाला देते हुए इस पर और जानकारी देने की अपील की थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इजरायल और हमास के बीच जारी भीषण जंग के बीच एक बड़ा दावा करते हुए कहा है कि गाजा के सबसे बड़े अल-शिफा अस्पताल से उसका संपर्क टूट गया है और सैकड़ों लोगों की जान जोखिम में है।
हैजा की बीमारी क्या फिर से लौट आई है, क्या फिर हैजा दुनिया में हाहाकार मचाने वाली है। जिम्बाव्बे में हैजा से 100 संदिग्ध मरीजों की मौत तो फिलहाल इसी ओर इशारा कर रही है। हालांकि जिम्बाव्बे के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अभी 29 मरीजों में हैजा से मौत की पुष्टि हुई है। बाकी रिपोर्ट आनी बाकी है। 905 अन्य मरीज हैजा के हैं।
मलेरिया से प्रतिवर्ष दुनिया भर में कई लाख बच्चों की मौत हो जाती है। अकेले अफ्रीकी महाद्वीप में 5 लाख से अधिक बच्चों की मलेरिया जान ले लेता है। मगर अब मलेरिया से होने वाली मौतों को रोका जा सकेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बच्चों के लिए मलेरिया रोधी दूसरे टीके के इस्तेमाल को मंजूरी दी है।
दुनियाभर में तीन साल पहले कोविड-19 जैसी महामारी शुरू हुई। इस महामारी से करीब 70 लाख लोगों ने जान गंवा दी है। कई देशों में अभी भी लोग इस महामारी की चपेट में आ रहे हैं। इस बीच, एक नई महामारी के दस्तक देने की बात कही जा रही है, जो कोविड-19 से सात गुना ज्यादा खतरनाक हो सकती है।
गुजरात के गांधीनगर में हो रही जी20 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में पीएम मोदी ने एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण की बात कही।
गांधीनगर में हो रहे पारंपरिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन का मकसद दुनियाभर में पारंपरिक और स्वदेशी चिकित्सा तो बढ़ावा देना है।
आयुष राज्यमंत्री डॉ मुंजपरा महेंद्रभाई ने कहा है कि पारंपरिक चिकित्सा पर पहले GCTM की स्थापना और अब पहले शिखर सम्मेलन से पूरे विश्व में पारंपरिक चिकित्सा को नई पहचान मिलेगी।
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