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Hindi News भारत राष्ट्रीय नहीं होता 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' तो हो जाती खालिस्तान की घोषणा !

नहीं होता 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' तो हो जाती खालिस्तान की घोषणा !

नई दिल्ली: अगर ऑपरेशन ब्लू स्टार को समय रहते अंजाम न दिया गया होता तो कभी भी खालिस्तान की घोषणा हो सकती थी। ये रहस्योद्घाटन किया था भारत सरकार और ऑपरेशन ब्लूस्टार के सैन्य कमांडर

इसमें कोई शक़ नहीं कि ऑपरेशन ब्लू स्टार ने सिखों को बुरी तरह आहत किया। लेकिन उससे भी ज्यादा नुकसान चारों तरफ जंगल की आग की तरह फैल रही अफवाहों से हुआ। यहां तक कि खुद फौज भी इससे अछूती नहीं रही नतीजतन बड़ी संख्या में सिख जवानों ने विद्रोह कर दिया था। बिहार के रामगढ़ में सिख रेजिमेंट के जवानों ने तो पूरी छावनी पर कब्जा कर लिया और आर्मी की गाड़ियों पर सवार होकर अमृतसर की तरफ निकल पड़े। आजाद भारत में पहली बार सेना में इस तरह का विद्रोह हुआ था।

सैन्य विद्रोह के अलावा ऑपरेशन ब्लू स्टार के तीन दिनों के भीतर ही पंजाब में 30 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। बाहरी ताकतों ने इस माहौल का पूरा फायदा उठाया।

पंजाब में अलगाववाद और आतंकवाद अपने चरम पर पहुंच गया जिसने अगले चार सालों में कई बेगुनाहों की जान ली।

ऑपरेशन ब्लू स्टार से सिक कितना आहत और गुस्से में थे इसका अंदाज़ा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि 31 अक्तूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की खुद उनके ही अंगरक्षकों ने गोली से छलनी कर हत्या कर दी। ये अंगरक्षक सिख थे।

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