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Hindi News भारत राष्ट्रीय Paternity Leave: माताओं पर बच्चों की परवरिश का बोझ कम करने के लिए 'पैटरनिटी लीव' बढ़ाने की हुई सिफारिश

Paternity Leave: माताओं पर बच्चों की परवरिश का बोझ कम करने के लिए 'पैटरनिटी लीव' बढ़ाने की हुई सिफारिश

Paternity Leave: मातृत्व लाभ अधिनियम पर आयोजित कानून समीक्षा परामर्श में विशेषज्ञों ने माताओं पर बच्चों की परवरिश का बोझ कम करने के लिए पैटरनिटी लीव को विस्तार देने की सिफारिश की है ।

'पैटरनिटी लीव' बढ़ाने की सिफारिश- India TV Hindi Image Source : PTI/FILE PHOTO 'पैटरनिटी लीव' बढ़ाने की सिफारिश

Highlights

  • पैटरनिटी लीव' बढ़ाने की हुई सिफारिश
  • माताओं पर बच्चों की परवरिश का बोझ कम करना उद्देश्य
  • बच्चे के जन्म के बाद देखभाल के लिए पैटरनिटी लीव की ज़रूरत होती है

Paternity Leave: माना जाता है कि एक मां बच्चे की परवरिश काफी अच्छे से कर सकती है इसलिए कामकाजी महिलाओं को अवकाश दिए जाते हैं। कई बार तो बच्चे की देखभाल ठीक से नहीं हो पाने पर महिलाओं को अपनी नौकरी छोड़नी पड़ जाती है। लेकिन अब वक्त बदल रहा है। लोगों की सोच बदल रही है। शायद यही वजह है कि मातृत्व लाभ अधिनियम पर आयोजित कानून समीक्षा परामर्श में विशेषज्ञों ने माताओं पर बच्चों की परवरिश का बोझ कम करने के लिए पैटरनिटी लीव को विस्तार देने की सिफारिश की है ।

माताओं पर बच्चों की परवरिश का बोझ कम करना उद्देश्य

राष्ट्रीय महिला आयोग ने शानिवार को बताया कि सिफारिशों में पितृत्व अवकाश (Paternity Leave) को बढ़ाने के अलावा नियोक्ताओं को प्रोत्साहित करना तथा अधिक महिला श्रमिकों को रोजगार देने के लिए कॉर्पोरेट क्षेत्र को संवेदनशील बनाना शामिल है । राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मातृत्व लाभ अधिनियम, 1961 और 2017 के संशोधन पर अंतिम कानून समीक्षा परामर्श का आयोजन किया था। आयोग ने बताया कि इस बैठक का उद्देश्य महिलाओं को प्रभावित करने वाले कानून की समीक्षा और उसका विश्लेषण करना तथा किसी प्रकार की कमी, अपर्याप्तता और त्रुटियों में सुधार करने के लिए संशोधन की सिफारिश करना था। 

सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो कंपनी 30 हफ्ते की लीव देती है

बता दें, पिछले साल सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए बच्चा पैदा होने पर 30 हफ्ते का पेड लीव देने का ऐलान किया था। कंपनी की तरफ से जारी बयान में कहा गया था कि घर में बच्चे का जन्म होने पर यहां काम करने वाले माता-पिता जो भी होंगे उन्हें 30 सप्ताह का अवकाश मिलेगा। बयान में यह भी कहा गया कि नई नीतियां उभरती सामाजिक मान्यताओं को भी दर्शाती हैं और कर्मचारियों के लिंग या यौन पहचान से हटकर गैर-भेदभावपूर्ण लाभ सुनिश्तित करती हैं।  

पैटरनिटी लीव क्या होती है?

दरअसल, बच्चे के जन्म के बाद पत्नी और बच्चे की देखभाल के लिए पुरुषों को पैटरनिटी लीव की ज़रूरत होती है। डिलीवरी डेट से 15 दिन पहले या 6 महीने के अंदर पुरुष पैटरनिटी लीव ले सकते हैं। इस लीव में पुरुषों को ऑफिस से छुट्टी मिलती है और सैलरी नहीं काटी जाती। वहीं डिलीवरी के लिए महिलाओं को 6 महीने की मोटरनिटी लीव मिलती है। 

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