A
Hindi News भारत राजनीति गुलाम नबी आजाद ने लगाया बड़ा आरोप, कहा- बीजेपी हमारे विधायकों को मुंबई ले गई है

गुलाम नबी आजाद ने लगाया बड़ा आरोप, कहा- बीजेपी हमारे विधायकों को मुंबई ले गई है

राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के 118 विधायक हैं। अगर त्यागपत्रों को स्वीकार कर लिया जाता है तो सरकार के बहुमत खो सकती है।

Ghulam Nabi Azad takes dig at PM Narendra Modi over Karnataka crisis | PTI File- India TV Hindi Ghulam Nabi Azad takes dig at PM Narendra Modi over Karnataka crisis | PTI File

भोपाल: कर्नाटक में सत्तारूढ़ जनता दल (एस)-कांग्रेस गठबंधन के एक दर्जन से अधिक विधायकों के इस्तीफे से कुमारस्वामी सरकार के सामने गंभीर संकट पैदा हो गया है। विधायकों के इस्तीफे के एक दिन बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद ने रविवार को आरोप लगाया कि बीजेपी कर्नाटक में हमारी सरकार गिराने के लिए हमारे विधायकों को मुंबई ले गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ नारे पर तंज कसते हुए कहा कि यह टीवी पर अच्छा लगता है लेकिन जमीन पर नहीं है।

कर्नाटक में हुई राजनीतिक संकट के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में आजाद ने भोपाल में कहा, ‘प्रधानमंत्री जी कहते हैं- सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। ये तो टेलीविजन पर बहुत अच्छी चीजें लगती हैं। लेकिन जमीन पर नहीं है। माननीय प्रधानमंत्री की मौजूदगी में मैंने कहा था कि आपने (बीजेपी) हमारी सरकार हिमाचल प्रदेश में तोड़ दी। मणिपुर एवं गोवा में हमारे विधायकों को (सदन में) वोट नहीं देने दिया। बंगाल के विधायक ले जा रहे हो, आंध्रप्रदेश के विधायक ले जा रहे हो, गुजरात के विधायक ले जा रहे हो और अब आप कर्नाटक के विधायक ले जा रहे हो।’

आजाद ने सवाल किया, ‘इन सबका विश्वास कहां चला गया? और कहां है लोकतंत्र? लोकतंत्र पर तो हमारा विश्वास होता है, भरोसा होता है। पार्टी के चुनाव चिन्ह के आधार पर जनता अपना प्रतिनिधि चुनकर देती है और अगर उसमें कोई भी बाहुबली ताकत वाला इस तरह से करे, तो क्या होगा।’ गौरतलब है कि कांग्रेस-जद (एस) सरकार उस समय संकट में घिर गई जब गठबंधन के 13 विधायकों ने त्यागपत्र दे दिया। इनमें से 12 लोगों ने शनिवार को ही इस्तीफा दे दिया था। राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के 118 विधायक हैं। अगर त्यागपत्रों को स्वीकार कर लिया जाता है तो सरकार के बहुमत खो सकती है। (भाषा)

Latest India News