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Hindi News लाइफस्टाइल फीचर World Environment Day: AC की हवा लेते हैं लीजिए लेकिन अपने बच्चों को शुद्ध हवा देना चाहते हैं तो ये काम भी करिए

World Environment Day: AC की हवा लेते हैं लीजिए लेकिन अपने बच्चों को शुद्ध हवा देना चाहते हैं तो ये काम भी करिए

World Environment Day 2019: 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस है, आपने इसके लिए क्या तैयारियां की हैं?

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World Environment Day: जैसे-जैसे हम पैसे वाले होते जाते हैं, हमारी हैसियत बढ़ जाती है हम घर में एसी लगवा लेते हैं, घर को अलग-अलग तरह की लाइट्स से सजा लेते हैं। हम अपनी सुविधाएं तो बढ़ा लेते हैं लेकिन इससे हमारे पर्यावरण को क्या नुकसान हो रहा है ये हम नहीं समझते हैं। हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मना जाता है। इस बार की थीम है वायु प्रदूषण। हमारे देश में और खासकर दिल्ली में वायु प्रदूषण कितना बढ़ा हुआ है ये किसी से छिपा नहीं है। हमारे देश के ज्यादातर शहरों की हवाएं सांस लेने के लिहाज से स्वच्छ नहीं है। मैं ये नहीं कह रही हूं कि आप अपने घर में एसी और तमाम सुख सुविधाओं का आनंद मत लीजिए लेकिन साथ में पौधे भी लगाइए ताकि हमारी ही गर्मी नहीं वातावरण की गर्मी भी कम हो और हमारी आने वाली पीढ़ियां शुद्ध हवा में सांस ले सके। 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस है इस मौके पर मैं आपको कुछ ऐसे टिप्स देना चाहती हूं जिसे आप अमल कर ले तो हम अपने वातावरण को साफ सुथरा रख सकते हैं।

कम से कम इस्तेमाल करें प्लास्टिक

हम बचपन से ये सुनते आ रहे हैं कि प्लास्टिक के इस्तेमाल से वातावरण को और हमारे शरीर को नुकसान पहुंचता है लेकिन क्या कभी आपने सीरियस होकर इस बारे में सोचा है। आपको यही लगता है ना एक मेरे प्लास्टिक बंद करने से क्या प्लास्टिक बनना बंद हो जाएगा, लेकिन शुरुआत तो करनी होगी ना। ये प्लास्टिक की थैलियां, प्लास्टिक की बनी बोतलें, प्लास्टिक के टिफिन ये सब सिर्फ हमारे वातावरण को ही नहीं हमारे शरीर को भी नुकसान पहुंचाते हैं और ज्यादातर तो ऐसे प्लास्टिक होते हैं जो रिसाइकिल भी नहीं होते हैं। आप छोटे बच्चों को जो प्लास्टिक के खिलौने खेलने के लिए देते हैं जिसे वो दो दिन खेलकर फेंक देता है उसके बाद क्या होता है उस प्लास्टिक का? मैं ये नहीं कह रही कि आप प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद कर दें, बस आज से इतना कीजिएगा आज से प्लास्टिक की चीजें लेते वक्त ध्यान दीजिएगा कि क्या इसे हमें लेना जरूरी है।  बच्चों को प्लास्टिक के टिफिन स्टील के टिफिन दीजिए, प्लास्टिक के खिलौने देने से अच्छा कपड़े के खिलौने दीजिए , इससे आप अपने बच्चों के शरीर में प्लास्टिक के खतरनाक कण जाने से भी रोक पाएंगे और वातावरण को भी साफ रख पाएंगे। प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल करना बंद करिए इसकी जगह आप कांच या स्टील की बोतल का इस्तेमाल कर सकते हैं। और आजकल तो तांबे की बोतल मार्केट में आने लगी है, आप उसे क्यों नहीं खरीद लाते हैं। प्लास्टिक की थैलियों में अलग-अलग सब्जियां खरीदने से अच्छा एक कपड़े के झोले में सब्जियां ले आइए। और हां फ्रिज में अगर आप प्लास्टिक की थैलियों के साथ ही सब्जियां भरकर रख देते हैं तो ये बंद कर दीजिये। इससे सब्जियों में प्लास्टिक के कण मिल जाते हैं जो आपके शरीर में चले जाते हैं। काली और गुलाबी पन्नियों का इस्तेमाल बंद कर दीजिए। रंगीन पन्नियां सबसे ज्यादा जहरीली गैस उत्पन्न करती हैं।

एसी का इस्तेमाल करते हैं तो पौधे भी लगाइए

आजकल हर घर में एसी है, जिनके पास नहीं है वो खरीदने का सपना देखते हैं और जो इस साल नहीं ले पाए हैं वो पैसे जमा करके अगली गर्मियों में एसी लेने का सपना देख रहे हैं। मैं ये नहीं कह रही कि आप एसी की ठंडी हवा का लुत्फ ना लीजिए लेकिन एसी का इस्तेमाल करते हैं तो पौधे भी लगाइए। हर साल एक पौधा तो कम से कम आप लगा ही सकते हैं। अपने जन्मदिन पर बच्चों के जन्मदिन पर। किसी को तोहफे में पौधे दे सकते हैं। अगर आप बच्चों से घर पर पौधे लगवाएंगे और खासकर सब्जी का पौधा तो इससे दो फायदे होंगे एक तो बच्चों में पौधों को लेकर जागरूकता आएगी दूसरा अपने लगाए पौधे से उगी सब्जियां वो चाव से खाएंगे। शुद्ध हवा के साथ आपको शुद्ध सब्जियां भी मिलेंगी। बहुत मुश्किल नहीं है ये, बस एक पौधा। अगर आप बिल्डिंग में रहते हैं और जमीन में पेड़ पौधे नहीं उगा सकते हैं कोई बात नहीं, आप अपने घर की बालकनी पर गमले लगाइए, बालकनी वाला घर नहीं है तो कमरे में पौधे रखिए, लेकिन रखिए। आप घर के गार्डेन में वेस्ट मैटेरियल इस्तेमाल कर सकते हैं, इससे उसकी सुंदरता भी बढ़ेगी और वेस्ट मैटेरियल का इस्तेमाल भी हो जाएगा।  यहां आप अपने घर के गार्डन को खूबसूरत बनाने के तरीके पढ़ सकते हैं।

मत फैलाइए कचरा

सड़क पर इधर उधर कचरा फैला देखते हैं और फिर सांस लेने में दिक्कत होती है, आप सभी को तकलीफ होती है। लेकिन आप भी राह चलते हुए कचरा इधर उधर फेंक देते हैं। या फिर आप समझदार बनते हुए जहां थोड़ा कचरा फैला होता है वहां कचरा फेंक देते हैं। ऐसा मत करिए, सिर्फ बंद डस्टबिन का इस्तेमाल करिए। इधर उधर कचरा फैलाने से वायु प्रदूषण बढ़ेगा। कचरे को सही जगह फेंकिये, कचरा किसी पेपर में करके अपने बैग में ही रखिए जब सही डस्टबिन दिखे वहां फेंक दीजिए उसे। 

ये सब बातें जो मैंने बताई ये बहुत मुश्किल नहीं है। अगर इस आर्टिकल को पढ़ने वाला हर शख्स बस इतनी सी सावधानी बरते तो हमारी आने वाली पीढ़ियां शायद थोड़ी शुद्ध हवा में सांस ले पाएंगी।

-ज्योति जायसवाल

 

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