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Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह की अपील: शत्रु अदृश्य है, लोगों को जागरुक होने की जरूरत

पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह की अपील: शत्रु अदृश्य है, लोगों को जागरुक होने की जरूरत

ज्ञानी रंजीत सिंह ने कहा कि इस वक्त सबसे बड़ी चीज है जागरुकता फैलाना। अभी भी कई लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि कोरोना क्या है।

इस समय पूरा देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है। इस संकट की घड़ी में आस्था जगाने और जीवन को अनवरत आगे बढ़ाने के प्रयास में इंडिया टीवी कई धर्मों के महागुरुओं के साथ 'सर्वधर्म सम्मेलन' कर रहा है। इस महाआयोजन में 20 महागुरुओं की संतवाणी सुनने का मौका मिलेगा। इन महागुरुओं में ज्ञानी रंजीत सिंह साहिब ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने बताया कि कैसे कोरोना काल में जरुरतमंदों के लिए गुरुद्वारों के द्वार खोल दिए गए और हर शख्स की मदद की गई। 

पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह ने कहा- जब कोई भी आपत्ति आती है या जरुरत होती है, तब अपना सिर हथेली पर रखकर और प्राण न्यौछावर कर ये धर्म अपना फर्ज निभाता है। जब मानवता पर कोई आपत्ति हो तो तब सर्वांश दिया जाता है। यानि सब कुछ दिया जाता है। अभी बहुत सारे सिख हैं, जिन्होंने अपना सब कुछ मानवता के लिए भेंट करने का काम किया है और कर रहे हैं। 

नियमों का किया जा रहा है पालन

इस समय विपदा की घड़ी है, लेकिन धार्मिक स्थलों को खोलने का ऐलान कर दिया गया है। ऐसे में गुरुद्वारे में लंगर कैसे बंटेगा? प्रसाद कैसे बांटा जाएगा? इस पर उन्होंने कहा- हर दो-तीन घंटे में प्रांगण को सैनिटाइजर से साफ किया जा रहा है। दूरी पर मार्किंग की गई है, जहां लोग बैठेंगे या खड़े होंगे। सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो किया जा रहा है। जो एडवाइजरी जारी की गई है, उन्हीं नियमों का पालन किया जा रहा है।

जागरुकता फैलाना है जरूरी 

ज्ञानी रंजीत सिंह ने कहा कि इस वक्त सबसे बड़ी चीज है जागरुकता फैलाना। अभी भी कई लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि कोरोना क्या है। वो घूम रहे हैं। उन्हें अहसास नहीं है कि ये दूसरे विश्वयुद्ध से भी ज्यादा भयावह है। इस बार शत्रु अदृश्य है। इसलिए मास्क पहनकर चलें। ग्लव्स पहनें। सावधानी बरतें। लोग जागरुक हो जाएं कि ये मामूली चीज नहीं है। 

प्रवासी मजदूरों की हालत चिंताजनक

प्रवासी मजदूरों को लेकर ज्ञानी रंजीत सिंह ने बताया कि इसमें कोई शक नहीं है कि इन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन यहां (बिहार) सभी प्यार से रहते हैं। यहां के लोग इस कोरोना वायरस से जीतेंगे। प्रवासी मजदूरों की हालत चिंताजनक है। हालांकि, सभी मिलकर इस समस्या का समाधान निकाल रहे हैं। गाइडलाइंस को फॉलो करना बहुत जरूरी है। 

जरुरतमंदों को खाना खिला रहे हैं ज्ञानी रंजीत सिंह

ज्ञानी रंजीत सिंह सिख धर्म करीब 22 मार्च से जरुरतमंदों को फूड पैकेट्स बांट रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि हमारा इसमें कुछ भी नहीं है। सब गुरु गोविंद सिंह की परिकंपा है। ये करिश्मा है कि लोग चार-चार दिन तक बिना सोए खाना बनाते हैं और दूर-दूर तक जाकर लोगों की मदद करते हैं। 

ज्ञानी रंजीत सिंह सिख धर्म के दूसरे प्रमुख तख्त के जत्थेदार हैं। सिख धर्म के विद्वान और जानकार हैं। गुरमत और गुरबानी के जानकार हैं। तख्त श्री हरमिंदर सिंह पटना साहिब के जत्थेदार हैं। 

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