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Hindi News लाइफस्टाइल सैर-सपाटा भारत के 5 पवित्र सरोवर, जहां स्नान करने से मिलती है मोक्ष

भारत के 5 पवित्र सरोवर, जहां स्नान करने से मिलती है मोक्ष

माना जाता है कि यह सरोवर कोई आम सरोवर नहीं। बल्कि यहां स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह पवित्र स्थल आज के समय में पर्यटन का केंद्र बन गए है। जानिए इन पवित्र सरोवरों के बारें में।

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नई दिल्ली: प्राचीन काल की ऐसी कई निशानियां आज भी मौजूद हैं। जिनका रिश्ता देवी-देवताओं या ऋषि-मुनियों से माना जाता है। आज हम आपको अपनी खबर में ऐसे ही सरोवरों के बारें में बता रहे है। जिनका हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व है। माना जाता है कि यह सरोवर कोई आम सरोवर नहीं। बल्कि यहां स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह पवित्र स्थल आज के समय में पर्यटन का केंद्र बन गए है। जानिए इन पवित्र सरोवरों के बारें में।

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कैलाश मानसरोवर
यह सबसे पवित्र मानसरोवर मानी जाती है। इस समय ये चीन के आधीन है। इस सरोवर को देवताओं की झील कहा जाता है। इसे शिव का धाम माना जाता है। मानसरोवर के पास स्थित कैलाश पर्वत पर भगवान शिव साक्षात विराजमान हैं। यह हिन्दुओं के लिए प्रमुख तीर्थस्थल है।

इस सरोवर के बारे में कहा जाता है कि यहीं पर माता पार्वती स्नान करती हैं। यहां देवी सती के शरीर का दायां हाथ गिरा था इसलिए यहां एक पाषाण शिला को उसका रूप मानकर पूजा जाता है। यहां शक्तिपीठ है।

नारायण सरोवर
नारायण सरोवर का संबंध भगवान विष्णु से है। यहां सिंधु नदी का सागर से संगम होता है। इसी संगम के तट पर पवित्र नारायण सरोवर है। पवित्र नारायण सरोवर के तट पर भगवान आदिनारायण का प्राचीन और भव्य मंदिर है। नारायण सरोवर से 4 किमी दूर कोटेश्वर शिव मंदिर है।

गुजरात के कच्छ जिले के लखपत तहसील में स्थित यह सरोवर भगवान का विष्‍णु का सरोवर माना जाता है। मान्यता है कि इस सरोवर में स्वयं भगवान विष्णु ने स्नान किया था। कई पुराणों और ग्रंथों में इस सरोवर के महत्व का वर्णन पाया जाता है। यहां सिंधु नदी का सागर से संगम होता है।

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