दिसंबर में इस जगह पर देखने को मिलेंगे स्वर्ग से नजारे, होती है खूब बर्फबारी, घूम आएं ये हिल स्टेशन
औली, उत्तराखंड के खूबसूरत हिल स्टेशन में से एक हैं। यहां घूमने लायक कई खूबसूरत और रोमांचक जगहें हैं। यह जगह खास तौर पर अपनी शानदार स्कीइंग राइड्स और हिमालय के मनमोहक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। क्रिसमस के मौके पर आप यहां ट्रिप प्लान कर सकते हैं।

क्रिसमस से लेकर न्यू ईयर तक एक ऐसा समय होता है जिस वक्त सबसे ज्यादा लोग छुट्टियां बिताने हिल स्टेशन्स पर जाते हैं। इस वक्त उन जगहों पर सबसे ज्यादा पर्यटकों की भीड़ देखने को मिलती है जहां बर्फबारी होती है। लोग फैमिली, फ्रेंड्स और पार्टनर के साथ बर्फबारी का आनंद लेने जाते हैं। कुल्लू, मनाली जैसे हिल स्टेशन्स बहुत कॉमन हो चुके हैं और यहां बहुत भीड़ भी होती है। वहीं कई बार इन जगहों पर दिसबंर के अंत में बर्फबारी नहीं भी होती है। लेकिन यहां हम आपको एक ऐसे हिल स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जहां दिसंबर के महीने में आपको हर कीमत पर बर्फबारी देखने को मिलेगी। हम यहां जिस हिल स्टेशन की बात कर रहे हैं उसका नाम है औली। औली उत्तराखंड में बसा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जहां दिसंबर से लेकर मार्च तक आपको स्नो फॉल देखने को मिल सकता है।
औली कैसे पहुंचें
औली आप रेल मार्ग से नहीं पहुंच सकते। रेल मार्ग से ऋषिकेश या काठगोदाम तक ही पहुंच सकते हैं। इसके बाद सड़क के रास्ते जाना होगा।
औली में घूमने वाली जगहें
औली रोपवे (Auli Ropeway)
यह एशिया के सबसे लंबे रोपवे में से एक है, जो औली को जोशीमठ से जोड़ता है। 4 किलोमीटर से अधिक लंबी यह केबल कार की सवारी, बर्फ से ढकी चोटियों, ओक और देवदार के घने जंगलों का शानदार हवाई दृश्य पेश करती है। यह औली का एक प्रमुख आकर्षण है।
गोरसन बुग्याल (Gorson Bugyal)
यह औली से 3300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक खूबसूरत घास का मैदान (बुग्याल) है। यह ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए एक बेहतरीन जगह है और यहां से नंदा देवी, दूनागिरी और त्रिशूल जैसी विशाल हिमालयी चोटियों के मनमोहक दृश्य दिखाई देते हैं।
औली झील (Auli Artificial Lake)
यह दुनिया की सबसे ऊंची मानव निर्मित झीलों में से एक है। इस झील का निर्माण स्की ढलानों पर कृत्रिम बर्फ उपलब्ध कराने के लिए किया गया था, जब प्राकृतिक बर्फ कम हो। यह एक शांत और खूबसूरत जगह है।
छत्राकुंड झील (Chattrakund Lake)
यह जोशीमठ के पास स्थित एक छोटी, मीठे पानी की झील है, जो घने जंगल के बीच में है। यह स्थान अपनी शांति और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है।
जोशीमठ (Joshimath)
औली से 16 किमी दूर, यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जहां कई प्राचीन मंदिर स्थित हैं। यह आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार मठों (मठ) में से एक है और बद्रीनाथ धाम का शीतकालीन निवास भी है।
क्वानी बुग्याल (Kwani Bugyal)
यह गोरसन बुग्याल से लगभग 12 किमी दूर स्थित है और ट्रेकिंग के लिए एक और शानदार जगह है। यहां से भी नंदा देवी और दूनागिरी पर्वत चोटियों का अद्भुत नज़ारा देखने को मिलता है।
नंदा देवी नेशनल पार्क (Nanda Devi National Park)
यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल अपने विविध वनस्पतियों और जीवों के लिए जाना जाता है।
औली में इन एडवेंचर का उठाएं लुत्फ
स्कीइंग: औली अपने ढलानों के लिए भारत में स्कीइंग के लिए सबसे प्रसिद्ध स्थलों में से एक है। दिसंबर से मार्च के बीच यहां स्कीइंग का मुख्य आकर्षण होता है।
ट्रेकिंग: गोरसन बुग्याल और क्वाणी बुग्याल जैसे स्थानों के लिए ट्रेकिंग का आनंद लिया जा सकता है।
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