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Hindi News मध्य-प्रदेश 10वीं टॉपर छात्र ने चुनी दर्दनाक मौत, पहले मुंह में रखा सुतली बम, फिर उसमें लगाई आग

10वीं टॉपर छात्र ने चुनी दर्दनाक मौत, पहले मुंह में रखा सुतली बम, फिर उसमें लगाई आग

ब्रजेश प्रजापति पढ़ाई में अच्छा था। 10वीं में 82 प्रतिशत अंक लाकर उसने जिले की टॉप 10 लिस्ट में जगह बनाई थी। 12वीं में भी अच्छे नंबरों से पास हुआ था। वह वर्तमान में पीजी कॉलेज श्योपुर से गणित विषय से बीएससी कर रहा था।

sutli bomb- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO सुतली बम

श्योपुर (मप्र): मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में रविवार को 24 साल के एक युवक ने अपने मुंह के अंदर सुतली बम फोड़कर आत्महत्या कर ली। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार युवक बड़े शहर में जाकर पढ़ाई करना चाहता था, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वहां एडमिशन नहीं ले पा रहा था, जिससे वह तनाव में आ गया था और उसने सुबह 9 बजे टॉयलेट में जाकर यह कदम उठा लिया।

घर के टॉयलेट में लहूलुहान हालत में मिला शव  
कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी सतीश दुबे ने बताया कि ब्रजेश प्रजापति कुछ दिनों से परेशान था और वह तनाव में भी था। उन्होंने बताया कि आज उसने यह कदम उठा लिया जिससे उसकी मौत हो गई। दुबे ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज करके विस्तृत जांच शुरू कर दी है। पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि घर में पटाखे की आवाज सुनकर परिजन जब अंदर गए तो उसका शव घर के टॉयलेट में लहूलुहान हालत में मिला। उन्होंने बताया कि इसके बाद परिवार के सदस्य उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बुरी तरह से फटा मुंह
गोलू के चाचा रामअवतार प्रजापति ने बताया, ''पटाखे की तेज आवाज आई जिससे पूरा घर गूंज उठा। आवाज सुनकर पड़ोस के लोग भी इकट्ठे हो गए। आवाज टॉयलेट की तरफ से आई थी, सभी उसी तरफ भागे। टॉयलेट का गेट खोलने की कोशिश की, लेकिन अंदर से कुंडी लगी थी। दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो गोलू लहूलुहान हालत में पड़ा था, आसपास भी काफी खून बिखरा था। उसका मुंह बुरी तरह फट गया था। सुतली बम के अवशेष और माचिस भी टॉयलेट में मिली।''

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10वीं में जिले की टॉप 10 लिस्ट में बनाई थी जगह
वहीं, ब्रजेश के बड़े भाई हृदेश प्रजापति ने बताया, ‘‘वह (ब्रजेश प्रजापति) पढ़ाई में अच्छा था। 10वीं में 82 प्रतिशत अंक लाकर उसने जिले की टॉप 10 लिस्ट में जगह बनाई थी। 12वीं में भी अच्छे नंबरों से पास हुआ था। वह वर्तमान में पीजी कॉलेज श्योपुर से गणित विषय से बीएससी कर रहा था। वह बीएससी अंतिम वर्ष का छात्र था। हमारे पापा मटके बनाते हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है।’’