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Hindi News महाराष्ट्र "सुधरे नहीं तो मनसे स्टाइल में बम्बू से तोड़ेंगे..." लंबे जाम से गुस्साए राज ठाकरे ने टोलकर्मियों को हड़काया; VIDEO

"सुधरे नहीं तो मनसे स्टाइल में बम्बू से तोड़ेंगे..." लंबे जाम से गुस्साए राज ठाकरे ने टोलकर्मियों को हड़काया; VIDEO

MNS प्रमुख राज ठाकरे आज महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवड के एक टोल नाके पर पहुंचे और टोलकर्मियों को हड़का दिया। पिंपरी चिंचवड में पार्टी का एक कार्यक्रम अटेंड कर मुंबई लौट रहे राज ठाकरे टोल नाके पर घंटों से फंसी गाड़ियों और ट्रैफिक जाम में अटके एम्बुलेंस को देख बेहद नाराज़ हुए।

Raj Thackeray- India TV Hindi Image Source : VIDEO GRAB टोलकर्मियों को चेतावनी देते राज ठाकरे

महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवड से एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक टोल पर खड़े होकर राज ठाकरे टोलकर्मियों को हड़का रहे हैं। दरअसल, पिंपरी चिंचवड में पार्टी का एक कार्यक्रम अटेंड करने के लिए मनसे प्रमुख राज ठाकरे पहुंचे थे। इसके बाद जब कार्यक्रम पूरा कर वह मुंबई लौट रहे थे तो एक टोल नाके पर घंटों से फंसी गाड़ियों और ट्रैफिक जाम में अटकी एम्बुलेंस को देखकर बेहद नाराज़ हुए। इसके बाद MNS प्रमुख राज ठाकरे गाड़ी से उतरकर टोल नाके पर पहुंचे और टोल पर खुद खड़े होकर सभी गाड़ियों और एम्बुलेंस को बिना टोल के निकाला।

टोलकर्मियों को हड़काते राज ठाकरे का वीडियो आया सामने

पिंपरी चिंचवड के इस टोल पर घंटो के जाम को देखकर राज ठाकरे बेहद नाराज हुए। ये घटना आज शाम 7 बजे की है। ठाकरे अपने कार्यकर्ताओं के साथ गाड़ी उतरकर टोल नाके तक आए और टोल खुलवाकर सभी गाड़ियां निकलवाईं। इसके बाद उन्होंने टोल पर मौजूद टोलकर्मियों को भी सख्त लहजे में चेतावनी दी। राज ठाकरे ने मराठी में टोलकर्मियों से कहा, "तुम लोग सुधरे नहीं तो मनसे स्टाइल में बम्बू से तोड़ेंगे.... इतना लंबा जाम टोल पर लगा है... उसमे फंसी एम्बुलेंस नहीं दिख रहीं।" राज ठाकरे का ये वीडियो भी सामने आया है। जिसमें वह टोलकर्मियों को हड़का रहे हैं। इस दौरान राज ठाकरे के साथ मनसे के कई कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

मराठी साइनबोर्ड के मुद्दे पर सीएम शिंदे से की थी चर्चा

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने पिछले महीने राज्य में टोल संग्रह और दुकानों के बाहर मराठी साइनबोर्ड के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री के आधिकारिक बंगले 'वर्षा' में यह बैठक हुई। ठाकरे ने दुकानों और अन्य प्रतिष्ठानों पर मराठी साइनबोर्ड लगाने पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को लागू करने में 'विफल' रहने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की थी और दावा किया था कि सत्तारूढ़ गठबंधन मराठी और हिंदुत्व के मुद्दों पर सिर्फ ‘जबानी जमा खर्च (कुछ करना नहीं, सिर्फ बोलना)’ करता है। 

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