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Hindi News महाराष्ट्र Maharashtra News: महाराष्ट्र में भारी बारिश से मुसीबत, कलसुबाई पहाड़ घूमने गए पर्यटक फंसे, प्रशासन और ग्रामीणों ने किया रेस्क्यू

Maharashtra News: महाराष्ट्र में भारी बारिश से मुसीबत, कलसुबाई पहाड़ घूमने गए पर्यटक फंसे, प्रशासन और ग्रामीणों ने किया रेस्क्यू

Maharashtra News: महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और विदर्भ में हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से आई बाढ़ से कम से कम 130 गांव प्रभावित हुए हैं और 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना पड़ा।

Tourists rescued by Police and villagers- India TV Hindi Tourists rescued by Police and villagers

Highlights

  • कलसुबाई पहाड़ घूमने गए पर्यटक फंसे
  • भारी बारिश की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ा
  • पुलिस और ग्रामीणों ने किया रेस्क्यू

Maharashtra News: महाराष्ट्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से अहमदनगर जिले में कृष्णावती नदी के पास कलसुबाई पहाड़ घूमने गए पर्यटक नदी का जलस्तर बढ़ने से वहीं फंस गए। नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया कि पर्यटकों के लिए नदी के उस पार जाना असंभव हो गया। कलसुबाई पहाड़ एक ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है और इसे महाराष्ट्र का एवरेस्ट भी कहते हैं। जब पर्यटक घूमने आए थे तो नदी का जलस्तर समान्य था। अचानक भारी बारिश की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ गया और लोग पहाड़ पर ही फंसे रह गए। स्थानीय प्रशासन और गांव वालों की मदद से पर्यटकों को रस्सी के सहारे सुरक्षित दूसरी छोर पर लाया गया।

Image Source : India TvFlood in Krishnawati Rever

महाराष्ट्र में भारी बारिश की वजह से कई जिले बाढ़ की चपेट में

महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और विदर्भ में हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से आई बाढ़ से कम से कम 130 गांव प्रभावित हुए हैं और 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना पड़ा। हालांकि, राहत की बात है कि अबतक कहीं से जानहानि की सूचना नहीं है। पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के 128 गांवों से भारी बारिश की वजह से संपर्क टूट गया है। राज्य राहत और पुनर्वास विभाग द्वारा शनिवार को जारी बुलेटिन के मुताबिक गढ़चिरौली के अलावा मराठवाड़ा के हिंगोली और नांदेड़ जिले में भी शुक्रवार और शनिवार को भारी बारिश हुई। अधिकारियों ने बताया कि हिंगोली जिले के वसमत तालुका में शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटों के दौरान 150 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। उन्होंने दिन में बताया कि हिंगोली जिले के दो गांवों और पड़ोसी जिले नांदेड़ के हडगांव गांव, जो आसना नदी के किनारे बसे हैं, के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को हिंगोली के जिलाधिकारी को फोन करके लोगों को निकालने और अन्य प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिये। 

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया

हिंगोली में पिछले 48 घंटे में भारी बारिश हुई है जिसके कारण आसना नदी में बाढ़ आ गई है और उसका पानी गांव एवं खेतों में घुस गया है। गढ़चिरौली, हिंगोली और नांदेड़ जिले (शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुए) पिछले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश की वजह से प्रभावित हुए हैं और इस अवधि में 120 लोगों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश की वजह से शुक्रवार रात को हिंगोली जिले से बहने वाली आसना नदी में बाढ़ आ गई। इसकी वजह से वसमत तहसील के निचले इलाके में बसे कुरुंदा और किन्होला गांव बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। अधिकारी ने बताया कि अब तक कम से कम 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया हैं, लेकिन नदी के जलस्तर में कमी आने के बाद कुछ लोग वापस अपने घरों को लौट चुके हैं। जिला प्रशासन ने एक विज्ञप्ति में बताया कि शुक्रवार को सुबह आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटे के दौरान हिंगोली जिले में 230.70 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जो वार्षिक औसत वर्षा का 26.84 प्रतिशत है। 

विभाग ने बताया कि कोंकण क्षेत्र के परशुराम घाट के नजदीक चिपुलन शहर के पास मुंबई-गोवा राजमार्ग को भूस्खलन की आशंका की वजह से यातायात के लिए बदं कर दिया गया है। तटीय जिले रत्नागिरी में जगबुड़ी और कोदवाली नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और जिले के पदाधिकारियों ने लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है। गढ़चिरौली जिले में इतापल्ली से भाम्रागढ़ जाने वाले राज्य उच्चपथ को बाढ़ की वजह से बंद कर दिया गया है। गढ़चिरौली जिले में कम से कम 120 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। बयान के मुताबिक हिंगोली जिले के वसमत तहसील के बाढ़ से घिरे खेत में दो लोग फंस गए थे, जिनके बचाव के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम मौके पर भेजी गई।