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Hindi News महाराष्ट्र "...वो एक प्रधानमंत्री ने नहीं बल्कि बीजेपी के नेता ने कहा", पीएम मोदी के बयान पर बोले शिवसेना (UBT) सांसद

"...वो एक प्रधानमंत्री ने नहीं बल्कि बीजेपी के नेता ने कहा", पीएम मोदी के बयान पर बोले शिवसेना (UBT) सांसद

शिवसेना (यूबीटी) ने पीएम मोदी के बयान पर पलटवार किया है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद ने कहा कि आज प्रधानमंत्री जो भी इंडिया अलाइंस को लेकर कह रहे थे, वो एक प्रधानमंत्री ने नहीं बल्कि बीजेपी के नेता के तौर पर बोले हैं।

Shiv Sena UBT MP Arvind Sawant - India TV Hindi Image Source : FACEBOOK Shiv Sena UBT MP Arvind Sawant

मुंबई: शिवसेना (UBT) सांसद ने पीएम मोदी के बयान पर पलटवार किया है। शिवसेना (UBT) सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि आज प्रधानमंत्री ने इंडिया अलाइंस को लेकर जो भी कहा वो एक प्रधानमंत्री ने नहीं बल्कि बीजेपी के नेता ने कहा है। ये लोग हमें घमंडिया कहते हैं मैं पूछता हूँ ये लोग कौन हैं जो 9 साल से मीडिया से बात नहीं करते, लोगों को सवाल नहीं पूछने देते। बता दें कि छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए पीएम ने कहा कि कुछ लोगों ने मिलकर घमंडिया गठबंधन बनाया है। इनका एकमात्र लक्ष्य भारत, भारतीयता और भारतीय संस्कृति को मिटाना है।

"लोगों को सवाल नहीं पूछने देते"

पीएम मोदी के इसी बयान पर सांसद अरविंद सावंत ने पलटवार करते हुए कहा, "आज प्रधानमंत्री ने इंडिया अलाइंस को लेकर जो भी कहा वो एक प्रधानमंत्री ने नहीं बल्कि बीजेपी के नेता ने कहा है। ये लोग हमें घमंडिया कहते हैं मैं पूछता हूँ ये लोग कौन हैं जो 9 साल से मीडिया से बात नहीं करते, लोगों को सवाल नहीं पूछने देते। रही बात किसी के बयान की तो ये राज्य में किसी के कुछ कहा उसे लेकर सब जगह क्यों बातचीत हो रही है क्या करवाना चाहते हैं। ये लोग झगड़ा लगाने का काम करते हैं और कुछ नहीं। बालासाहब ठाकरे ने हमेशा कहा है की हिंदू मंदिर में घंटा बजाने वाला नहीं बल्कि ग़लत करने वाले के लोग लड़ने वाला होना चाहिए।"

मराठा आरक्षण पर भी बोले सांसद

शिवसेना (UBT) सांसद ने आगे कहा, "आज मुख्यमंत्री गए और उन्होंने भूख हड़ताल ख़त्म कराई देखते हैं वो क्या करते हैं और ये लोग झूठे हैं बस गुमराह करते हैं। मैं हमेशा ही संसद में कहता हूँ की हर राज्य में यह तय करना चाहिए की कौन पिछड़े और सुविधाओं से वंचित लोग हैं उनकी संख्या और उसके आधार पर उनका आरक्षण तय करना चाहिए और फिर उन सभी हो उनके अधिकार के मुताबिक़ आरक्षण देना चाहिए ताकि आरक्षण का मुद्दा ही ख़त्म हो जाए।" 

पात्रता और अपात्रता पर सुनाई खरी-खरी

सांसद ने कहा, "हमें तो कभी भी विश्वास नहीं होता है कि ये लोग सही निर्णय लेंगे, जो व्यक्ति कभी शिवसेना, फिर राष्ट्रवादी और फिर बीजेपी में जाता है तो आप समझ सकते हैं की वो कैसा होगा। उसे वहाँ भी कुछ अच्छा पद मिला जिसके बाद वो चला गया। इन्हें तो अबतक निर्णय ले लेना चाहिए था पर इन लोगों ने निर्णय नहीं लिया।"

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