क्या अजीत पवार एनसीपी मुख्यालय पर करेंगे दावा? ‘चाचा‘ से बगावत के बाद ली है डिप्टी सीएम पद की शपथ
मंत्रालय के सामने प्रतापगढ़ नाम का बंगला एनसीपी अजित पवार के पार्टी का मुख्यालय होगा। मंगलवार दोपहर 2 बजे इसका शुभारंभ किया जाएगा।
Maharashtra Political Criris: महाराष्ट्र की राजनीति में फिर भूचाल आ गया है। अपने चाचा और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से बगावत करके आनन फानन में अजीत पवार ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पद की शपथ ले डाली। एनसीपी ने बगावत कर अजित पवार ने पार्टी और सिम्बल पर दावा ठोक दिया, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि क्या अजित पवार बेलार्ड पियर स्थित एनसीपी मुख्यालय पर दावा करेंगे। जवाब है ‘नहीं‘। क्योंकि अजीत पवार को एनसीपी को नया दफ्तर मिल गया है। ये दफ्तर नरीमन पॉइंट के पॉश इलाके में है जहाँ मंत्रियों के बंगले हैं ठीक मंत्रालय के सामने।
जानिए कब से खाली पड़ा था अजीत पवार का वर्तमान बंगला
मंत्रालय के सामने प्रतापगढ़ नाम का बंगला एनसीपी अजित पवार के पार्टी का मुख्यालय होगा। इस बंगले को पहले A/5 नाम से जाना जाता था।
2019 में ऊद्धव ठाकरे जब मुख्यमंत्री बने, तब उनकी सरकार में तत्कालीन आदिवासी मंत्री कांग्रेस के नेता केसी पाडवी इनको ये बंगला दिया गया था । जब उद्धव सरकार गिरी और शिंदे फडणवीस सरकार 30 जून 2022 में बनी, उसके बाद जुलाई में बंगला खाली हुआ।
उद्धव ठाकरे के पार्टी के नेता और विधान परिषद में नेता विपक्ष अंबादास दानवे को ये बंगला अलॉट हुआ। जब अंबादास दानवे को इसी इलाके में शिवालय यानी उद्धव के पार्टी के बगल स्थित अजिंक्य तारा बंगला अलॉट हुआ तब से ये बंगला खाली पड़ा था।
आज होगा इस बंगले का शुभारंभ
अब मंत्रालय के सामने वाले इस बंगले में एनसीपी अजित पवार के पार्टी का दफ्तर होगा। मंगलवार दोपहर 2 बजे इसका शुभारंभ किया जाएगा। इस मौके पर प्रफ्फुल पटेल, अजित पवार, छगन भुजबल, सुनील तटकरे बाकी एनसीपी मंत्री नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।
पुराने एनसीपी मुख्यालय से मात्र ढाई किमी दूर
पुराना एनसीपी मुख्यालय मंत्रालय से 2 से ढाई किलोमीटर दूरी पर बेलार्ड पियर में है। मंत्रालय में दूरदराज से लोग आते हैं। उन्हें इधर उधर चक्कर न काटने पड़ें इस कारण जनता की सहूलियत के लिए ये बंगला चुना गया, ऐसा एनसीपी के अजित पवार गुट के नेता कार्यकर्ता कह रहे हैं।
बंगले का नाम है प्रतापगढ़ बंगला
इस प्रतापगढ़ बंगले का नाम शिवाजी महाराज के किले प्रतापगढ़ के नाम से रखा है। करीबन 4 हजार वर्ग फीट फैला है यह बंगला। इसमें 7 कमरे हैं। इनमें से कुछ कमरों में अलग अलग विभाग के कैबिन बनाए जाएंगे। कार्यकर्ताओ के लिए वेटिंग रूम, किचन भी है। नेताओं और मंत्रियों के लिए अलग से कैबिन बनाए जाएंगे।