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खतरे में भारत की साइबर सुरक्षा, दो सरकारी संगठनों और देश की बड़ी आईटी कंपनी की हो जासूसी

देश के सबसे बड़े वित्तीय संस्थान, देश के दो सरकारी संगठनों और एक शीर्ष आईटी कंपनी की साइबर जासूसों के एडवांस दक्षता प्राप्त समूह द्वारा जासूसी की जा रही है।

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नई दिल्‍ली। साइबर सुरक्षा मुहैया कराने वाली कंपनी सिमेंटेक ने देश की सुरक्षा को देखते हुए बेहद चौकाने वाली रिपोर्ट पेश की है। सिमेंटेक के मुताबिक देश के सबसे बड़े वित्तीय संस्थान, देश के दो सरकारी संगठनों और एक शीर्ष आईटी कंपनी की साइबर जासूसों के एडवांस दक्षता प्राप्त समूह द्वारा जासूसी की जा रही है। सिमेंटेक ने यह भी बताया है कि यह भारत के खिलाफ शीर्ष प्रोफाइल वाले दीर्घावधि साइबर जासूसी अभियान का हिस्सा हैं।

एक समूह की हुई पहचान

सिमेंटेक ने अप्रैल 2014 से शुरू की गई दो साल की अवधि में सकफ्लाई नाम के एक समूह द्वारा कई बार किए गए साइबर हमलों की पहचान की है। हालांकि सिमेंटेक ने इससे प्रभावित होने वाले संगठनों का नाम नहीं बताया है लेकिन उसने कहा है कि इसमें भारत के सबसे बड़े वित्तीय संगठनों में एक संस्थान, एक बड़ी ई-वाणिज्य कंपनी और एक ई-वाणिज्य कंपनी को प्राथमिक तौर पर आपूर्ति करने वाली वेंडर कंपनी शामिल है।

इसके अलावा भारत की शीर्ष पांच आईटी कंपनियों में से एक, अमेरिका की स्वास्थ्य देखभाल कंपनी की भारतीय इकाई और दो सरकारी संगठन शामिल हैं। कंपनी ने कहा है कि इन हमलों को विभिन्न देशों से अंजाम दिया गया है लेकिन उसने अपनी जांच में पाया है कि इस हमले में प्राथमिक लक्ष्य वे व्यक्ति और संगठन हैं जो भारत मंे हैं।

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