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Hindi News पैसा बिज़नेस 5 Lucky startups: स्‍टार्टअप्‍स इन्‍वेस्‍टर की लिस्‍ट में एक और नाम शामिल, नंदन नीलेकणी ने किया 5 स्‍टार्टअप्‍स में निवेश

5 Lucky startups: स्‍टार्टअप्‍स इन्‍वेस्‍टर की लिस्‍ट में एक और नाम शामिल, नंदन नीलेकणी ने किया 5 स्‍टार्टअप्‍स में निवेश

नंदन नीलेकणी ने पांच स्‍टार्टअप्‍स में अभी तक अपना निजी निवेश किया है। इसके जरिये उन्‍होंने अन्‍य एंत्रप्रेन्‍योर्स के लिए एक उदाहरण भी पेश किया है।

5 Lucky startups: स्‍टार्टअप्‍स इन्‍वेस्‍टर की लिस्‍ट में एक और नाम शामिल, नंदन नीलेकणी ने किया 5 स्‍टार्टअप्‍स में निवेश- India TV Paisa 5 Lucky startups: स्‍टार्टअप्‍स इन्‍वेस्‍टर की लिस्‍ट में एक और नाम शामिल, नंदन नीलेकणी ने किया 5 स्‍टार्टअप्‍स में निवेश

नई दिल्‍ली। इंफोसिस के सह-संस्‍थापक और यूनिक आइडेंटीफि‍केशन डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) के चेयरमैन नंदन नीलेकणी को अब एक ओर वजह से जाना जाएगा। उनका नाम स्‍टार्टअप्‍स को फंडिंग करने वाले उन चुनिंदा उद्योगपतियों की लिस्‍ट में शामिल हो गया है, जिसमें रतन टाटा, मोहनदास पई, नारायण मूर्ति और अजीम प्रेमजी का नाम है। नंदन नीलेकणी ने पांच स्टार्टअप्‍स में अभी तक अपना निजी निवेश किया है। इसके जरिये उन्‍होंने अन्‍य एंत्रप्रेन्‍योर्स के लिए एक उदाहरण पेश किया है कि कैसे वे विकसित और बेहतर भारत के लिए अपना योगदान दे सकते हैं। नीलेकणी ने साल 2015 के दौरान चार स्टार्टअप्‍स को फंडिंग की है।

आइए हम आपको बताते है उन पांच लकी स्‍टार्टअप्‍स के बारे में जिसमें नंदन नीलेकणी ने लगाया है अपना पैसा।

  1. Mubble

नंदन नीलेकणी ने मबल में अपना व्‍यक्तिगत इन्‍वेस्‍टमेंट किया है। यह एक मोबाइल पेमेंट स्‍टार्टअप है, जो यूजर्स को उसके रुपए और डाटा खर्च पर पूरी नजर रखने की सुविधा देता है, इसकी मदद से यूजर अपने प्रीपेड सिम एकाउंट पर अपना पूरा नियंत्रण रख सकता है। यह ऐप ऑटोमैटिकली यूजर के प्रीपेड बिल पर नजर रखता है और इसके प्रबंधन में मदद करता है। मबल की स्‍थापना 2013 में तीन दोस्‍तों ने मिलकर की थी। इसके संस्‍थापक अश्विन रामास्‍वामी (आईआईटी मद्रास, आईआईएम बेंगलुरु), प्रणव झा (आईआईटी बॉम्‍बे) और राघवेंद्र वर्मा (आईआईटी बीएचयू) हैं।

2.Team Indus

टीम इंडस में नीलेकणी ने न केवल निवेश किया है, बल्कि वह इसके एडवाइजर भी हैं। यह अकेला ऐसा स्‍टार्टअप है जिसे गूगल लूनर एक्‍स प्राइज के लिए चुना गया था। यह स्‍टार्टअप एक अनोखा मून मिशन लॉन्‍च करने की योजना और इसकी डिजाइन पर काम कर रहा है।

3. Fortigo

यह स्‍टार्टअप अभी लॉन्‍च नहीं हुआ है लेकिन जल्‍द ही लॉन्‍च होगा। इस स्‍टार्टअप का लक्ष्‍य देश में ट्रकिंग और लॉजिस्टिक इंडस्‍ट्री में मूलभूत समस्‍याओं को हल करना है। इसकी स्थापना टेक्‍नोलॉजी इंडस्‍ट्री के एग्‍जीक्‍यूटिव विवेक मल्‍होत्रा और अंजनी मंडल ने की है। नीलेकणी के अलावा फोर्टिगो एस्‍सेल पार्टनर समेत अन्‍य निवेशकों से भी बातचीत कर रही है। इस स्‍टार्टअप की योजना ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेस से लेकर इसके बिजनेस को सुधारना है।

4. Juggernaut

यह एक वर्ल्‍ड क्‍लास पब्लिशिंग कंपनी है, जो लेखक को डिजिटल और फि‍जीकल दोनों प्‍लेटफॉर्म उपलब्‍ध कराएगी। पहली मोबाइल पब्लिशिंग स्‍टार्टअप जगरनट ने फैबइंडिया के संस्थापक विलियम बीसेल, इंफोसिस के सह-संस्‍थापक नंदन नीलेकणी और बोस्‍टन कंस्‍लटिंग ग्रुप के एमडी नीरज अग्रवाल से 22 लाख डॉलर (तकरीब 15 करोड़ रुपए) की राशि जुटाई है। इसकी स्‍थापना पेंगूइन हाउस इंडिया के पूर्व प्रकाशक और एडिटर-इन-चीफ चिकी सरकार और रेस्‍टॉरेंट सर्च सर्विस जोमाटो के पूर्व वाइस प्रेसिडेंट (ग्रोथ) दुर्गा रघुनाथ ने मिलकर की है। जगरनट का लक्ष्‍य एक वर्ल्‍ड क्‍लास भारतीय पब्लिशिंग कंपनी बनने का है, जो लेखकों को डिजिटल और फि‍जीकल दोनों प्‍लेटफॉर्म उपलब्‍ध कराएगी। इसकी योजना कमीशनिंग, पढ़ने और बुक डिस्‍ट्रीब्‍यूशन तथा पेमेंट का नया रास्‍ता स्‍थापित करना है।

5. LetsVenture

नंदन नीलेकणी ने स्‍टार्टअप्‍स में निवेश करने वाले स्‍टार्टअप लेट्सवेंचर में भी निवेश किया है। यह एक ऐसा स्‍टार्टअप है जो अन्‍य स्‍टार्टअप्‍स को ग्‍लोबल एजल्‍स, वेंचर कैपिटालिस्‍ट और स्‍टार्ट अप प्रोग्राम से मिलवाने के लिए प्‍लेटफॉर्म उपलब्‍ध कराता है। इसकी स्थापना 2013 में हुई थी। इसने 53 स्‍टार्टअप्‍स के लिए 20 देशों से अब तक कुल 1.7 करोड़ डॉलर की राशि जुटाई है। इसके सीईओ शांति मोहन है। अभी हाल ही में रतन टाटा और मोहनदास पई ने भी इसमें निवेश किया है और ये दोनों इसके एडवाइजर बोर्ड में भी शामिल हैं।

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