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Hindi News पैसा बिज़नेस अब Petrwrap रैनसमवेयर वायरस ने दुनिया में मचाया तहलका, यूक्रेन में गंभीर संकट भारत भी अछूता नहीं

अब Petrwrap रैनसमवेयर वायरस ने दुनिया में मचाया तहलका, यूक्रेन में गंभीर संकट भारत भी अछूता नहीं

नए रैनसमवेयर वायरस पीटरैप (Petrwrap) ने दुनियाभर के देशों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। पीटरैप वायरस से भारत भी अछूता नहीं है।

अब Petrwrap रैनसमवेयर वायरस ने दुनिया में मचाया तहलका, यूक्रेन में गंभीर संकट भारत भी अछूता नहीं- India TV Paisa अब Petrwrap रैनसमवेयर वायरस ने दुनिया में मचाया तहलका, यूक्रेन में गंभीर संकट भारत भी अछूता नहीं

नई दिल्ली। वानाक्राई रैनसमवेयर वायरस से अभी तक पीछा नहीं छुटा था, कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार को यूके, रूस, फ्रांस, स्पेन में इसने कंज्यूमर, शिपिंग, एविएशन, ऑइल ऐंड गैस कंपनियों पर हमला किया। यह भी पढ़े: 36.5 मिलियन एंड्रॉयड यूजर्स पर Judy मैलवेयर का हमला, ऐसे रखें अपने स्‍मार्टफोन को सुरक्षित

रैनसमवेयर से पीड़ित Mondelez के प्रवक्ता ने बताया

हमारी टीम समस्या से जल्द से जल्द निपटने में जुट गई है। अलग-अलग जगहों पर हमारी साइट्स, बिजनेस यूनिट्स में आईटी सिस्टम डाउन हो गया है।

भारत, यूके और रुस की कई कंपनियां निशाने पर
यूके और रुस की ऑयल-गैस, एनर्जी, एविएशन से जुड़ीं भारतीय सहायक कंपनियां भी इसने निशाने पर रहीं। रैनसमवेयर जैसे हमलों से सीधे पैसे की उगाही करना आसान है और इसीलिए अब ये आधुनिक हमलावरों का हथियार बन रहे हैं।

रुसी तेल निर्माता कंपनी रॉसनेफ्ट और डैनिश शिपिंग कंपनी मैयास्क ने भी तकनीकी दिक्कतों की शिकायत की है। कंपनी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि हम इसकी पुष्टि करते हैं कि कई यूनिट्स पर इस साइबर हमले के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

The cyber attack could lead to serious consequences, however, due to the fact that the Company has switched to a reserve control system…

— Rosneft (@RosneftEN) June 27, 2017

यूक्रेन में गंभीर संकट
रैनसमवेयर के गंभीर नुकसान यूक्रेन को भुगतने पड़ रहे हैं। यहां सरकारी मंत्रालयों, बिजली कंपनियों और बैंक के कम्प्यूटरों में खराबी सामने आ रही है। यूक्रेन का सेंट्रल बैंक, सरकारी बिजली वितरक कंपनी यूक्रेनेर्गो, विमानन कंपनी एंतोनोव व कुछ डाक सेवाएं इसकी जद में आई हैं। बताया जा रहा है कि कई पेट्रोल स्टेशनों को अपना काम-काज रोकना पड़ा है। यह भी पढ़े: चीन के हो सकते हैं दुनिया में तहलका मचाने वाले WannaCry रैन्समवेयर बनाने वाले हैकर्स : रिपोर्ट्स

ऐडवांस्ड वर्जन के साथ आया नया वायरस
पीटरैप को पीटा नाम के पुराने रैनसमवेयर का ऐडवांस्ड वर्जन माना जा रहा है। पीट्या ने 20 नामी कंपनियों की कम्प्यूटर स्क्रीन्स लॉक कर दी थीं, जिन्हें अनलॉक करने के एवज में 300 डॉलर की डिमांड रखी गई थी। जानकारों का मानना है कि मंगलवार को रैनसमवेयर ने मॉन्डेल्ज, मर्क और मेर्स जैसों को खास तौर पर निशाना बनाया था। ऐंटीवायरस सॉफ्टवेयर्स सप्लाई करने वाली कंपनी ऐवीरा ने भी इसकी पुष्टि की है

The #Petya #ransomware is back using the #EternalBlue exploit – and our #Antivirus customers are protected! #infosec pic.twitter.com/fWap1rRLeA — Avira (@Avira) June 27, 2017

साइबर हमलों की पुष्टि 
फ्रॉड इनवेस्टिगेशन ऐंड डिस्प्यूट रेजॉलूशन के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर अमित जाजू ने बताया, पेटरैप ने यूके, रूस और यूक्रेन की कुछ कंपनियों पर हमला बोला, जिनका असर भारतीय सहायक कंपनियों पर पड़ा। यह रैनसमवेयर पेट्या का ही दूसरा रूप मालूम होता है।उन्होंने कहा कि रैनसमवेयर अब अपनी ऐक्टिविटीज में बदलाव लाकर अपनी वह कमी सुधार लेना चाहता है, जिसमें उसने कम्प्यूटर स्क्रीन्स को अनलॉक करने के एवज में पैसे मांगे थे। यह भी पढ़े: 22 साल के इस लड़के ने 700 रुपए में दुनि‍या को साइबर हमले से बचाया

क्या है रेनसमवेयर वायरस
रैनसमवेयर एक कंप्यूटर वायरस है जो कंप्यूटर्स फ़ाइल को बर्बाद करने की धमकी देता है। धमकी दी जाती है कि अगर अपनी फाइलों को बचाना है तो फीस चुकानी होगी। ये वायरस कंप्यूटर में मौजूद फ़ाइलों और वीडियो को इनक्रिप्ट कर देता है और उन्हें फिरौती देने के बाद ही डिक्रिप्ट किया जा सकता है। खास बात ये है कि इसमें फिरौती चुकाने के लिए समयसीमा निर्धारित की जाती है और अगर समय पर पैसा नहीं चुकाया जाता है तो फिरौती की रकम बढ़ जाती है।

ऐसे करता है ये कम्प्यूटर और मोबाइल पर अटैक
रैनसमवेयर वायरस मोबाइल के ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉइड में घुस कर जानकारी पर कब्जा कर लेता है। यह वायरस ऑडिया क्लिपिंग के जरिए वार्निंग जारी करता है और तब तक नहीं छोड़ता, जब तक उसे पैसा ना मिल जाते। सिक्युरिटी फर्म एफ-सिक्योर के मुताबिक रैनसमवेयर वायरस एंड्रॉइड उपकरणों में फाइलों को लॉक कर देता है। इसके अलावा यह  टैबलेट और हैंडसेट के एसडी कार्ड को अपना निशाना बनाता है।

ऐसे पहचानें वायरस का अटैक
एक्सपर्ट कहते हैं कि एंड्रॉइड सेटों पर सबसे पहले एक पोर्न अलर्ट आता है। फिर एक मैसेज आता है कि उनका फोन लॉक हो गया है क्योंकि उन्होंने चाइल्ड पोर्नोग्राफी जूफिलिया देखी है। इसके अलावा यह वायरस स्पाईवारे की तरह यह भी फेक ईमेल या स्पैम सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए आता है। इसीलिए कभी भी किसी लिंक पर क्लिक नहीं करें जिसके बारे में आप नहीं जानते है।

कैसे बचें 
अपने ईमेल देखते हुए सावधान रहें. अनजान ईमेल पर आने वाले संदिग्ध लिंक्स पर क्लिक न करें। अपने कंप्यूटर के सिक्योरिटी सिस्टम को अपडेट रखें। फायरवॉल और एंटी वायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें। अपनी सारी जरुरी फाइलों का बैकअप एक एक्सटर्नल ड्राइव में रखें।

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