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Hindi News पैसा बाजार भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने से सेंसेक्स 196 अंक सुधरा, निफ्टी 10,850 के पार निकला

भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम होने से सेंसेक्स 196 अंक सुधरा, निफ्टी 10,850 के पार निकला

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक शुरुआती कारोबार में तेजी के साथ खुला और प्रतिभागियों की भारी लिवाली से 36,140.67 अंक के उच्च स्तर पर पहुंच गया था।

bse sensex- India TV Paisa Image Source : BSE SENSEX bse sensex

मुंबई। भारत और पाकिस्तान के मध्य तनाव कम होने के संकेतों के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुक्रवार को 196 अंक चढ़कर 36,064 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजारों में लगातार दूसरे सप्ताह तेजी दर्ज की गई है। मार्च डेरिवेटिव्स अनुबंध में मजबूत शुरुआत के साथ लगातार विदेशी पूंजी निवेश ने सेंसेक्स में पिछले तीन कारोबारी दिन से जारी गिरावट को थामने का काम किया। 

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक शुरुआती कारोबार में तेजी के साथ खुला और प्रतिभागियों की भारी लिवाली से 36,140.67 अंक के उच्च स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि, चुनिंदा शेयरों में मुनाफावसूली से सेंसेक्स 196.37 अंक यानी 0.55 प्रतिशत बढ़कर 36,063.81 अंक पर बंद हुआ। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव से पिछले तीन कारोबारी दिन में सेंसेक्स 346 अंक से ज्यादा गिरा था। 

पूरे सप्ताह के लिए सेंसेक्स 192.33 अंक यानी 0.57 प्रतिशत बढ़ा जबकि एनएसई का निफ्टी 71.35 अंक यानी 0.69 प्रतिशत बढ़ा। शेयर बाजारों में लगातार दूसरे सप्ताह तेजी दर्ज की गई है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 71 अंक यानी 0.66 प्रतिशत बढ़कर 10,863.50 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी 10,823.10 अंक से 10,877.90 अंक के दायरे में रहा। 

वित्तीय, पूंजीगत उत्पाद, आईटी, बिजली, तेल एवं गैस क्षेत्र की कंपनियों के शेयर में खासी तेजी रही, जिसने सूचकांक को ऊपर आने में मदद की। ब्रोकरों ने कहा कि मार्च वायदा एवं विकल्प अनुबंध के शुरू होने के बाद निवेशकों के नए सौदे करने से शेयर बाजारों में तेजी आई। महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में सोमवार (4 मार्च) को बाजार बंद रहेंगे। 

शेयर बाजार के पास मौजूद अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को शुद्ध रूप से 3,210.6 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) 5,240.62 करोड़ रुपए के शुद्ध लिवाल रहे। विश्लेषकों ने कहा कि देश की आर्थिक वृद्धि दर के तीसरी तिमाही में धीमी पड़कर 6.6 प्रतिशत रहने के बाद निवेशकों में कारोबार के दौरान कुछ हिचकिचाहट दिखाई दी। आर्थिक वृद्धि दर का यह आंकड़ा पिछली पांच तिमाहियों में सबसे कम रहा है। 

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