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Hindi News पैसा फायदे की खबर ट्रेन यात्रियों को खाना, नाश्‍ता और चाय के लिए जेब करनी पड़ेगी ज्‍यादा ढीली, रेल बोर्ड ने लिया कीमत बढ़ाने का फैसला

ट्रेन यात्रियों को खाना, नाश्‍ता और चाय के लिए जेब करनी पड़ेगी ज्‍यादा ढीली, रेल बोर्ड ने लिया कीमत बढ़ाने का फैसला

आदेश के मुताबिक क्षेत्रीय जायके वाला नाश्ता परोसने की भी शुरुआत करने का फैसला किया गया है।

Rail board to hike meal prices on Rajdhani, Shatabdi, Duronto trains- India TV Paisa Rail board to hike meal prices on Rajdhani, Shatabdi, Duronto trains

नई दिल्‍ली। रेलवे बोर्ड ने राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेन में सफर के दौरान परोसे जाने वाले भोजन की कीमतों में इजाफा करने का फैसला किया है। सरकार के एक आदेश में यह जानकारी सामने आई है। नए आदेश के मुताबिक, वातनुकूलित प्रथम श्रेणी में मिलने वाली चाय की कीमत छह रुपए बढ़ा कर 35 रुपए, नाश्ते की कीमत सात रुपए बढ़ा कर 140 रुपए और दोपहर एवं रात्रि भोजन की कीमत 15 रुपए बढ़ा कर 245 रुपए की जाएगी।

वहीं वातानुकूलित द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी में चाय की कीमत पांच रुपए बढ़ा कर 20 रुपए, नाश्ते की कीमत आठ रुपए बढ़ा कर 105 रुपए और दोपहर एव‍ं रात्रि भोजन 10 रुपए बढ़ा कर 185 रुपए किया जाएगा। आदेश के मुताबिक क्षेत्रीय जायके वाला नाश्ता परोसने की भी शुरुआत करने का फैसला किया गया है। 

रेलवे बोर्ड में पर्यटन एवं खान-पान विभाग के निदेशक की तरफ से जारी सर्कुलर से पता चला है कि राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों में चाय, नाश्ता और खाना महंगा होने जा रहा है। इन ट्रेनों के टिकट लेते वक्त ही चाय, नाश्ते और खाने का पैसा भी देना पड़ता है। वहीं, दूसरे ट्रेनों में भी यात्रियों को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी।

चार महीने बाद नई दरें लागू

टिकटिंग सिस्टम में नए मेन्यू और शुल्क 15 दिनों में अपडेट हो जाएंगे जबकि 120 दिनों (चार महीने) के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।  संशोधित दरें न केवल प्रीमियम ट्रेनों के यात्रियों को बल्कि आम लोगों को भी प्रभावित करेंगी।

2014 के बाद पहली बार इजाफा

सुबह की चाय के मुकाबले शाम की चाय महंगा होने को लेकर रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि शाम की चाय के साथ रोस्टेड नट्स, स्नैक्स और मिठाइयां आदि भी दी जाएंगी। रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने कीमतें बढ़ाने का पक्ष लेते हुए कहा कि हम रेलवे में कैटरिंग सर्विस की क्वॉलिटी सुधारना चाहते हैं। इसलिए यह कदम उठाया जा रहा है। पिछली बार 2014 में दरें बदली गई थीं। रेलवे बोर्ड का सर्कुलर कहता है कि आईआरसीटीसी के आग्रह और बोर्ड की ओर से गठित मैन्यु ऐंड टैरिफ कमिटी की सिफारिशों पर कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया गया है।

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