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Hindi News राजस्थान एम्बुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने से बच्चे की मौत, सिर्फ एक दिन का था मासूम

एम्बुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने से बच्चे की मौत, सिर्फ एक दिन का था मासूम

राजस्थान के भरतपुर जिले से जयपुर जाते समय एक दिन के नवजात शिशु की मौत हो गई, जब एम्बुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गया। नर्सिंग स्टाफ के न होने की वजह से बच्चे का पिता सिलेंडर को ऑपरेट कर रहा था।

Ambulance oxygen failure, newborn baby death, Rajasthan ambulance incident- India TV Hindi Image Source : PEXELS REPRESENTATIONAL एम्बुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने की वजह से एक मासूम की मौत हो गई।

जयपुर: राजस्थान में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सूबे के भरतपुर जिले से जयपुर के सरकारी अस्पताल ले जाए जा रहे एक दिन के नवजात शिशु की दुखद मौत हो गई। बताया जा रहा है कि रास्ते में ही एम्बुलेंस का ऑक्सीजन सिलेंडर खाली हो गया था और ड्राइवर ने उसे किसी दूसरे अस्पताल में छोड़ दिया। यह भी पता चला है कि अस्पताल में कोई नर्सिंग स्टाफ मौजूद नहीं था, और सिलेंडर को बच्चे के पिता ही ऑपरेट कर रहे थे। घटना के बाद दर्जनों लोग जमा हो गए और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई।

बच्चे को SMS अस्पताल रेफर किया गया था

रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिशु के पिता का आरोप है कि प्राइवेट एम्बुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गया था और ड्राइवर ने उन्हें दूसरे अस्पताल में छोड़कर चले गए। यह घटना शुक्रवार शाम को बस्सी के पास हुई। शिशु को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, इसलिए भरतपुर के बयाना अस्पताल से उसे जयपुर के SMS अस्पताल रेफर किया गया था। पिता और चाचा उसे प्राइवेट एम्बुलेंस से ले जा रहे थे। बस्सी थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि पिता के मुताबिक, एम्बुलेंस ड्राइवर ने बच्चे की ऑक्सीजन खत्म होने के बाद उन्हें बस्सी सरकारी अस्पताल में छोड़ दिया।

'ऑक्सीजन सिलेंडर खुद पिता चला रहे थे'

थाना प्रभारी के मुताबिक, बांसखो के पास पिता ने देखा कि सिलेंडर की ऑक्सीजन खत्म हो चुकी है। इसके बाद ड्राइवर एम्बुलेंस को पास के बस्सी अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। थानाध्यक्ष ने कहा, 'एम्बुलेंस में कोई नर्सिंग स्टाफ नहीं था और ऑक्सीजन सिलेंडर खुद पिता चला रहे थे।' उन्होंने कहा कि अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। इसके बाद पिता बच्चे की लाश लेकर भरतपुर चले गए। बताया जाता है कि भरतपुर पहुंचते ही अस्पताल प्रशासन के खिलाफ विरोध शुरू हो गया और लोगों ने जमकर नारेबाजी की।