राजस्थान के भीलवाड़ा में एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। परिजनों का आरोप है कि एंबुलेंस का दरवाजा जाम होने से उसकी जान चली गई।
10 मिनट में अब राशन ही नहीं इमरजेंसी में आपके घर एंबुलेंस भी पहुंचेगी। जी हां, क्विक कामर्स कंपनी Blinkit ने अपनी 10 मिनट में एंबुलेंस सर्विस को दिल्ली से सटे गुरुग्राम में शुरू की है। जल्द ही इसे देश के प्रमुख शहरों में उपलब्ध कराई जाएगी।
ये नए एम्बुलेंस कई कॉन्फिगरेशन में उपलब्ध हैं, जिनमें रोगी परिवहन, बुनियादी जीवन समर्थन (बीएलएस), एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस), और मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) शामिल हैं, जो स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं की अलग-अलग जरूरतों को पूरा करते हैं।
65 वर्षीय पांडुरंग तात्या के लिए कोल्हापुर की सड़कों के गड्ढे जीवन रक्षक साबित हुए। हार्ट अटैक से मौत के बाद पांडुरंग के शव को एम्बुलेंस से घर ले जाया जा रहा था, तभी अचानक सड़क के गड्ढे से एंबुलेंस बुरी तरह टकरा गई और उनके शरीर में हलचल होने लग गई।
एक बहन को अपने भाई के शव को गांव तक ले जाने के लिए टैक्सी की छत पर बांधना पड़ा। दोनों भाई-बहन हल्द्वानी में काम करते थे।
चलती एम्बुलेंस में 16 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने की घटना सामने आई है।
सरकारी एंबुलेंस में तीन की मौत के बाद से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं थी। सरकारी स्वास्थ्य अधिकारियों ने इन आरोपों का खंडन किया है।
राजस्थान के पाली जिले से दर्दनाक हादसा सामने आया है। पाली-जोधपुर हाईवे पर हुए सड़क हादसे में 2 महिलाओं सहित चार लोगों की मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि एंबुलेंस में टक्कर के बाद महिलाएं उछलकर करीब 8 फीट दूर सड़क किनारे झाड़ियों में जा गिरीं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखने के बाद आपको भी चालक पर गुस्सा आ जाएगा। मगर उसपर हुई कार्रवाई के बारे में जानकर आप कहेंगे कि सही हुआ।
मध्य प्रदेश के सीधी में एक महिला के नवजात शिशु की जन्म लेते ही मौत हो गई। इस महिला ने ठेले पर ही बच्चे को जन्म दिया था। प्रशासन इस घटना के बाद चौंकन्ना हो गया है।
इंदौर में जब रंग पंचमी का जुलूस निकाला जा रहा था तभी वहां एक एंबुलेंस पहुंच गई। जुलूस में 5 लाख से भी ज्यादा लोग शामिल थे। अब एंबुलेंस को कैसे रास्ता दिया जाए यह सबके सामने बहुत बड़ा सवाल था लेकिन इंदौर की जनता ने अपनी समझदारी का कुछ ऐसा परिचय दिया कि पूरा देश उन्हें सलाम कर रहे है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी दौरे पर हैं। इस दौरान जब वो रोड शो कर रहे थे, तभी एक एंबुलेंस वहां से गुजरता दिखाई दिया। एंबुलेंस को देखकर पीएम मोदी ने अपने काफिले को रुकवा दिया। इसका वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल होने लगा है।
एमपी में मानवता को शर्मसार कर देने का मामला सामने आया है। यहां शहडोल के जिला अस्पताल में एक वृद्ध की मौत के बाद परिजनों को शव वाहन तक नहीं मिला। वहीं परिजनों को बाइक पर शव लादकर घर ले जाना पड़ा।
बिहार में पुलिस की संवेदनहीनता एक बार फिर देखने को मिली है। सीएम नीतीश कुमार के काफिले के चक्कर में सड़कों पर लंबा जाम लग गया। इस दौरान नवजात मरीज को लेकर जा रहे एक एंबुलेंस को भी घंटेभर तक जाम में इंतजार करना पड़ा।
इराक के शादी समारोह में खुशियां उस वक्त मातम में तब्दील हो गईं, जब अचानक आग लगने से कार्यक्रम में भगदड़ मच गई। इस दौरान कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई और 150 से ज्यादा घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम के दौरान की गई आतिशबाजी मौतों की वजह बनी।
ड्राइवर एंबुलेंस में घरेलू गैस सिलेंडर से गैस भर रहा था तभी अचानक गैस लीक होने से आग लग गई। एंबुलेंस में ऊंची लपटों को उठता देख आसपास भगदड़ मच गई।
करीब 70 वर्ष पूर्व भारतीय सैनिकों की मेडिकल टीम ने युद्ध में घायल हुए कोरियाई नागरिकों की जान बचाकर मानवता की बड़ी मिसाल कायम की थी। कोरियाई अब इस त्रासदी की 70वीं वर्षगांठ पर भारतीय सैनिकों की बहादुरी और मदद को प्रदर्शनी के जरिये याद कर रहे हैं। साथ ही भारत से दोस्ती बनी रहने की दुआएं कर रहे हैं।
शासकीय सहायता नहीं मिलने पर गरीब सुनील अपने बेटे का शव एक थैले में रखकर बस से डिंडौरी पहुंचा। उसे इस बात का भी डर था कि कहीं बस के ड्राइवर, कंडक्टर को इस बात का पता न चल जाये कि थैले में शव है...
बीकानेर के रजिस्ट्रेशन नंबर वाली एंबुलेंस एक शव को अहमदाबाद से तमिलनाडु के तिरुनेलवेली ले जा रही थी। बताया जा रहा है कि ये हादसा तेज रफ्तार और एम्बुलेंस ड्राइवर की लापरवाही से हुआ है।
अंजुमन-ए-इस्लाम (Dr MIJ Girl's High School) की एक छात्रा, मुबाशिरा एक दुर्घटना के बाद अपनी एसएससी परीक्षा के लिए एक एम्बुलेंस में उपस्थित हुई। एंबुलेंस की व्यवस्था स्कूल प्रशासन ने की थी।
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