सूर्य, बुध और गुरु की बन रही त्रिग्रही युति, 15 जून से इन 3 राशियों को देनी होगी कड़ी परीक्षा
15 जून से सूर्य, बुध और गुरु मिलकर मिथुन राशि में त्रिग्रही युति बनाने जा रहे हैं। ऐसे में यह युति कुछ राशियों के लिए फायदेमंद हैं तो कुछ के लिए नुकसानदायक भी, आइए जानते हैं....

सूर्य ग्रह 15 जून को मिथुन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं, जहां बुध और गुरु पहले से विराजमान हैं और ये तीनों मिलकर त्रिग्रही युति बनाएंगे। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को ब्रह्मा आदित्य योग भी कहा जाता है। यह योग जहां कुछ राशियों को फायदा पहुंचाएगा वहीं, कुछ राशियों के लिए परेशानी का कारण भी बनेगा। ऐसे में आइए आपको उन राशियों के बारे में जानकारी देते हैं।
कर्क राशि
कर्क राशि के द्वादश यानी 12वें भाव में सूर्य, बुध और गुरु ग्रह एक साथ होंगे। इस युति के कारण आपको धन की हानि हो सकती है। सूर्य और बुध जैसे ग्रह को आपके 12वें भाव में बैठना शुभ नहीं माना जाता। इस कारण नौकरी के क्षेत्र में भी आपको परेशान उठानी पड़ सकती है खासकर ऐसे लोग जो विदेशों में कारोबार करते हैं या विदेश कंपनियों में काम करते हैं। ऐसे में बेहद सावधान रहें। वैवाहिक जीवन में भी यह त्रिग्रही युति दिक्कतें पैदा कर सकती है।
उपाय के तौर पर आपको भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के अष्टम भाव में यह त्रिग्रही योग बनेगा। यह आपके लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता। इस योग के चलते आपके जीवन में अचानक से नकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं। करियर के क्षेत्र में आपको संघर्ष करने पड़ सकते हैं। आपके सहयोगी आपका साथ नहीं देंगे इस कारण आपका मन खिन्न हो सकता है। पदोन्नति रुक सकती है। घर-परिवार के मामलों में भी आपको संभल कर रहा होगा, खासकर पिता के साथ बातचीत के दौरान संभल कर बोलें। मर्यादा न लांघे।
उपाय के तौर पर आपको रामरक्षा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
मकर
मकर राशि के छठवें भाव में सूर्य, बुध और गुरु एक साथ होंगे, यह शत्रुओं का भाव कहा जाता है। इस भाव में त्रिग्रही योग बनने से आपके विरोधी पक्ष एक्टिव हो सकते हैं आपका काम बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। जितना हो सके हर कार्य को सतर्कता से करें। छोटी सी कमी भी आपको कार्यक्षेत्र में बड़ा नुकसान दे सकती है। साथ ही माता के पक्ष के लोगों के साथ आपको संभल कर बात करनी होगी। इस भाव को माता पक्ष का भाव भी कहा जाता है।
उपाय के तौर पर मकर राशि के जातकों को भगवान शिव को जल चढ़ाना चाहिए।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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