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Hindi News तेलंगाना Telangana CM Name Final: तेलंगाना के सीएम का नाम फाइनल हुआ, 7 दिसंबर को शपथ लेंगे रेवंत रेड्डी

Telangana CM Name Final: तेलंगाना के सीएम का नाम फाइनल हुआ, 7 दिसंबर को शपथ लेंगे रेवंत रेड्डी

तेलंगाना में सीएम का नाम फाइनल कर दिया गया है। गौरतलब है कि हालही में तेलंगाना में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए थे, जिसमें कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और जनता ने भी उसे जमकर समर्थन दिया।

Revanth Reddy- India TV Hindi Image Source : PTI रेवंत रेड्डी के नाम पर लगी मुहर

हैदराबाद: तेलंगाना में सीएम का नाम फाइनल कर दिया गया है। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि रेवंत रेड्डी तेलंगाना के सीएम होंगे। गौरतलब है कि रेवंत रेड्डी तेलंगाना में कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं और चुनाव जीतने के बाद से वह आलाकमान की पहली पसंद बने हुए थे। जब कांग्रेस ने तेलंगाना में जीत हासिल की, उसी वक्त से ये चर्चा शुरू हो गई थी कि रेड्डी को सीएम पद की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। रेवंत रेड्डी तेलंगाना के सीएम बनेंगे और वो 7 दिसंबर को शपथ ले सकते हैं। 

तेलंगाना में कांग्रेस की जीत के नायक बनकर उभरे रेड्डी 

तेलंगाना में कांग्रेस को जो जीत हासिल हुई, उसमें तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने अहम भूमिका निभाई। शायद यही वजह है कि सीएम पद के लिए वह पार्टी की पसंद बने। गौरतलब है कि तेलंगाना में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। कर्नाटक के बाद तेलंगाना दक्षिण का दूसरा राज्य है, जहां कांग्रेस की सरकार बनेगी।

तेलंगाना में चुनाव प्रचार के दौरान रेड्डी की राहुल और प्रियंका से काफी नजदीकियां सामने आईं। जिसके बाद चुनावी पंडित ये अंदाजा लगाने लगे थे कि अगर तेलंगाना में कांग्रेस को जीत मिलती है तो रेड्डी सीएम बन सकते हैं। 

2019 के लोकसभा चुनाव में भी जीते थे रेड्डी 

रेवंत रेड्डी तेलंगाना में उन 3 सांसदों में से एक हैं, जिन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। हैरानी की बात ये है कि रेवंत रेड्डी ने अपनी राजनीति की शुरुआत एबीवीपी से की थी। इसके बाद वह तेलगू देशम पार्टी, टीडीपी में भी रहे और बाद में कांग्रेस में शामिल होकर पार्टी की जीत के नायक बने। 

रेवंत रेड्डी का जन्म साल 1969 में अविभाजित आंध्र प्रदेश के महबूबनगर में हुआ। साल 2009 में वे आंध्र की कोडांगल से टीडीपी के टिकट पर विधायक चुने गए थे। वह साल 2017 में कांग्रेस में शामिल हुए थे लेकिन साल 2018 का विधानसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद साल 2019 में उन्होंने कांग्रेस से लोकसभा चुनाव में मलकाजगिरि से जीत हासिल की। साल 2021 में कांग्रेस ने उन्हें राज्य का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया।