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Hindi News उत्तर प्रदेश रावण दहन से पहले पुतले के नीचे हुआ सांडों का युद्ध, अखिलेश यादव ने शेयर किया VIDEO

रावण दहन से पहले पुतले के नीचे हुआ सांडों का युद्ध, अखिलेश यादव ने शेयर किया VIDEO

यूपी के चंदौली में रावण दहन के दौरान आवारा सांडों का एक झुंड पुतलों के नीचे युद्ध करने लगा। ये देख मेला ग्राउंड में भगदड़ जैसा माहौल हो गया और वहां खड़ा पुलिस प्रशासन सांडों के आगे असहाय नजर आ रहा था। इस वीडियो को अखिलेश यादव ने शेयर करते हुए अब प्रशासन पर निशाना साधा है।

chandauli news- India TV Hindi Image Source : VIDEO GRAB यूपी के चंदौली में मेला ग्राउंड में सांडों की हुई लड़ाई

विजयादशमी के मौके पर कल देशभर में रावण दहन के कार्यक्रम हुए। लेकिन यूपी के चंदौली में रावण दहन के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है। यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें आवारा सांडों का एक झुंड रावण दहन से पहले पुतलों के नीचे युद्ध करते दिख रहे हैं। सांडों को लड़ता देख मेला ग्राउंड में भगदड़ जैसा माहौल हो गया था। इस वीडियो को लेकर अखिलेश ने प्रशासन पर निशाना साधा है।

रावण दहन से पहले सांड युद्ध!
दरअसल चंदौली में रावण दहन के लिए बड़ा कार्यक्रम हो रहा था। मैदान में मेला लगा हुआ था। इस मेले में हजारों की संख्या में लोग थे। मैदान में दहन के लिए रावण का बड़ा सा पुलता भी लगाया गया था। इससे पहले कि दहन होता तभी अचानक से पुतलों के नीचे सांडों का एक झुंड आ पहुंचा। इन सांडों के साथ कुत्तों का भी झुंड था। सांडों ने रावण के पुतले के नीचे ऐसी लड़ाई की मानो राम और रावण के युद्धा का जिम्मा इन्हें ही मिला है। मैदान में सांडों का युद्ध देखते ही वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई और भगदड़ जैसा माहौल हो गया। कई मिनटों तक पुलिस की पूरी टीम मिलकर भी इन आवारा सांडों को खदेड़ नहीं पाए। ये पूरी लड़ाई कई मिनटों तक चली, उसके बाद जाकर पुलिसकर्मी इन सांडों को वहां से खदेड़ पाए।

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अखिलेश यादव ने साधा निशाना
इस पूरी घटना का वीडियो वहां मौजूद लोगों ने बना लिया। इसी वीडियो को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर करते हुए प्रशासन पर सवाल खड़े किए। अखिलेश ने अपने ट्वीट में लिखा, "प्रशासन का कार्य मेलों के लिए न केवल अनुमति देना बल्कि सुरक्षा व्यवस्था देखना भी होता है। यदि मेले में खुले घूमते हुए अन्ना पशु मेला प्रशासन और पुलिस को नहीं दिख रहे हैं तो उन असामाजिक तत्वों से जनता की सुरक्षा कैसे होगी जो दिखते भी नहीं हैं। जनता की हिफ़ाज़त करना सरकारों का सबसे संवेदनशील कर्तव्य होता है।"

गौरतलब है कि इससे पहले भी अखिलेश यादव प्रदेश में अन्ना पशुओं और सड़कों व बाजारों में घूम रहे सांडों को लेकर योगी सरकार पर हमला करते रहे हैं। 

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