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मिलिए पेंटर बद्र-उन-निशा से, जो कैनवास पर उतारती हैं 'सूफी संत' और 'चांद'

चांद और सूफी संत, इन दोनों को कैनवास पर 20 साल की बद्र-उन-निशा बखूबी उतारती हैं। उनकी हर पेंटिंग में चांद कहीं ना कहीं झलक ही जाता है।