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Hindi News वायरल न्‍यूज 13 मई को पृथ्वी के नजदीक से गुजरेगा कॉमेट स्वान, जानिए कैसे देख सकते हैं आप हैरतअंगेज नजारा

13 मई को पृथ्वी के नजदीक से गुजरेगा कॉमेट स्वान, जानिए कैसे देख सकते हैं आप हैरतअंगेज नजारा

साल 2020 में मई का महीना अंतरिक्ष रहस्यों के बीच खूबसूरत नजारों का गवाह बनने वाला है। 13 मई को धरती के करीब से धूमकेतू गुजरने वाला है। जानिए कैसे देख सकते हैं आप।

13 मई को अंतरिक्ष से होगी आतिशबाजी, जानिए कैसे देख सकते हैं आप हैरतअंगेज नजारा- India TV Hindi Image Source : TWITTER/BYSPTO 13 मई को अंतरिक्ष से होगी आतिशबाजी,  जानिए कैसे देख सकते हैं आप हैरतअंगेज  नजारा

हम सभी इस बात को तो अच्छी तरह से जानते हैं कि अंतरिक्ष बेहद रहस्यमयी हैं। इसके बारे में जितना खोजा जाएं वह कम होता है। लेकिन इस बार अंतरिक्ष में एक ऐसा नजारा देखने को मिलेगा जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी नही होगा। दरअसल आप धरती से अंतरिक्ष में होने वाली आतिशबाजी को देख  सकते हैं।  अभी 7 मई को इस साल का आखिरी सुपरमून देखने को मिला था। वहीं अब  एक अद्भुत नजारा 24-36 घंटे के अंदर देखने को मिलेगा। दरअसल धूमकेतु धरती के बेहद करीब से निकलेंगे। जिसे आप दूरबीन की मदद से आसानी से देख सकते हैं।
 
13 मई को गुजरेगा पृथ्वी के नजदीक से 'कॉमेट स्वान' 
13 मई को धरती से करीब 8.33 करोड़ किलोमीटर दूर से धूमकेतू गुजरने वाला है। जिसका नाम है 'कॉमेट स्वान'।  यह कॉमेट लगातार तेजी से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है और 8.50 करोड़ किलोमीटर दूर है। 13 मई के बाद 23 मई को कॉमेट एटलस भी धरती के बगल से गुजरेगा। 

इस कारण पड़ा स्वान नाम
आपको बता दें कि 13 मई को दिखने वाले कॉमेट के बारे में करीब एक महीने पहले 11 अप्रैल को एक एमेच्योर एस्ट्रोनॉमर माइकल मैटियाज्जो ने पता लगाया था। वो नासा के सोलर एंड हेलियोस्फेयरिक ऑब्जरवेटरी (SOHO) से आंकड़े देख रहा था। तभी उसे सोहो सोलर विंड एनिसोट्रॉपिस इंस्ट्रूमेंट (SOHO SWAN)से में इसकी तस्वीर दिखाई दी। जिसके बाद इसका नाम स्वान रखा गया।

आपको बता दें कि स्वान इंस्ट्रूमेंट का यूज आमतौर पर सौर मंडल में हाइड्रोजन का पता लगाने में किया जाता है लेकिन इसकी वजह से घूमकेतु के बारे में पता चल गया।

भारत में नहीं दिखेगा ये नजारा
स्वॉन उन लोगों को दिखेगा जो कि भूमध्य रेखा के दक्षिण में रहते हैं। वहीं भारत की बात करें तो वह भूमध्य रेखा के उत्तर में है। इसलिए भारत के लोग इसे खुली आंखों नहीं पाएंगे। इसके लिए आपको दूरबीन का इस्तेमाल करना होगा। आपको यह हरा रंग का तेजी से चमकता हुआ दिखाई देगा।