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Hindi News पश्चिम बंगाल जादवपुर यूनिवर्सिटी में रोका गया प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण, हुआ बवाल; प्रति कुलपति घायल

जादवपुर यूनिवर्सिटी में रोका गया प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण, हुआ बवाल; प्रति कुलपति घायल

पश्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्र संगठनों ने जमकर बवाल किया। इस बवाल में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति भी घायल हो गए। बता दें कि यह विवाद रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण रोके जाने के बाद शुरू हुआ था।

जादवपुर यूनिवर्सिटी में रोका गया प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण।- India TV Hindi Image Source : FILE/REPRESENTATIVE IMAGE जादवपुर यूनिवर्सिटी में रोका गया प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण।

कोलकाता: जादवपुर यूनिवर्सिटी में अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण रोके जाने के बाद बवाल हो गया। यहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्यों और सुरक्षा गार्ड के बीच हुई झड़प में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति अमिताभ दत्ता घायल हो गए। बता दें कि कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लगभग 50 सदस्य वहां मौजूद थे। 

नारे लगाने से मना करने पर हुआ विवाद

घटना के बारे में में एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि इसे रोके जाने पर छात्र क्रोधित हो गए और उन्होंने 'जय श्रीराम' के नारे लगाने शुरू कर दिए। उन्होंने बताया कि दत्ता ने छात्रों से चुप रहने को कहा लेकिन वे नहीं माने और इस दौरान हाथापाई में प्रति कुलपति तथा एक सुरक्षा गार्ड को मामूली चोटें आईं। दत्ता से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने इस मामले पर बात करने से इनकार कर दिया। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में विरोध रैली का आयोजन किया। इसके साथ ही एसएफआई ने एक सम्मेलन भी आयोजित किया जहां वक्ताओं ने "फासीवादी व्यवस्था द्वारा इतिहास बदलने और समाज को विभाजित करने के हर प्रकार के प्रयास" की निंदा की। 

पत्र लिखकर जताई गई चिंता

ऑल बंगाल यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु को एक पत्र लिखा। इस पत्र में इसने "परिसर में ऐसी धार्मिक गतिविधियों के आयोजन के प्रयासों पर चिंता जताई, जिनसे धर्मनिरपेक्ष भावना का उल्लंघन होता है और जिनका शिक्षा और सार्वजनिक हित से कोई संबंध नहीं है।” विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि किसी भी समूह द्वारा आयोजित किसी भी कार्यक्रम से संस्थान का कोई लेना-देना नहीं है, बशर्ते इससे परिसर में शांति प्रभावित नहीं हो या शैक्षणिक माहौल खराब नहीं हो। उन्होंने कहा, "सेमेस्टर परीक्षाएं सुचारू तरीके से चल रही हैं। हम किसी छात्र संगठन द्वारा आयोजित किसी कार्यक्रम पर टिप्पणी नहीं कर सकते।’’

(इनपुट- भाषा)

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