A
Hindi News पश्चिम बंगाल ई-नगेट्स घोटाले के मास्टरमाइंड आमिर खान को कोर्ट ने 14 दिन की ED हिरासत में भेजा

ई-नगेट्स घोटाले के मास्टरमाइंड आमिर खान को कोर्ट ने 14 दिन की ED हिरासत में भेजा

मोबाइल गेमिंग ऐप ई-नगेट्स के जरिए लोगों के निवेश किए हुए पैसों को लूटने के आरोप में ED ने मुख्य आरोपी आमिर खान पर कार्रवाई की थी। जिसके बाद अब कोर्ट ने आरोपी को 14 दिन की हिरासत में भेज दिया है।

कोर्ट ने ई-नगेट्स घोटाले के मास्टरमाइंड आमिर खान को 14 दिन की ED हिरासत में भेज दिया है। - India TV Hindi कोर्ट ने ई-नगेट्स घोटाले के मास्टरमाइंड आमिर खान को 14 दिन की ED हिरासत में भेज दिया है।

मोबाइल गेमिंग ऐप ई-नगेट्स के माध्यम से ठगी व मनी लांड्रिंग से जुड़े मामले में मुख्य आरोपी आमिर खान को विशेष पीएमएलए (PMLA) अदालत ने 14 दिन की ED हिरासत में भेज दिया है। आमिर खान पर मोबाइल गेमिंग ऐप के जरिए ठगी का आरोप है। इससे पहले ED ने इस मामले को लेकर कार्रवाई किया था जिसमें आमिर की 68.42 करोड़ रुपए की संपत्ति को फ्रीज कर दिया गया था। वहीं गार्डेनरीच इलाके में निसार अहमद खान नामक एक ट्रांसपोर्टर के घर से 17 करोड़ 32 लाख रुपये नकद बरामद हुए थे। इस केस में ED ने आमिर खान के भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ किया था। 

ऐप के जरिए कई लोगों से ठगे गए पैसे

कोलकाता में पार्क स्ट्रीट पुलिस स्टेशन ने आमिर और अन्य लोगों के खिलाफ IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। फेडरल बैंक के अधिकारियों ने आमिर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाया था। खान ने ई-नगेट्स नाम से एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन लॉन्च किया, जिसे लोगों को ठगने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया था। जांच से पता चला कि मनी लॉन्ड्रिंग के लिए कई खातों (300 से अधिक) का इस्तेमाल किया गया था।

कमीशन और रिवार्ड का झांसा देकर लोगों के साथ की ठगी

आरोप है कि आमिर ने ऑनलाइन ठगी के लिए ई-नगेट्स नाम से एक मोबाइल गेम ऐप लांच किया था। शुरू में ऐप यूजर्स को कमीशन के साथ रिवार्ड देती थी और वॉलेट में आए पैसों को निकालने की अनुमति देती थी। शुरू में लोगों का भरोसा जीतने के बाद और अधिक कमीशन का लालच दिया गया। जिससे बड़ी संख्या में यूजर्स ने इस ऐप में इन्वेस्ट किया। जब इस ऐप से लोगों द्वारा अच्छी-खासी रकम वसूल ली गई तब यूजर्स को ऐप के सिस्टम अपग्रेडेशन, एलईए द्वारा जांच आदि का बहाना बनाकर पैसे निकालने से रोक दिया गया। इसके बाद सारे यूजर्स के प्रोफाइल ऐप के सर्वर से हटा दिया गया। तब जाकर लोगों को कंपनी की चाल समझ में आई। यह कंपनी पैसों के लिए नकली खातों का इस्तेमाल कर रही थी।