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Hindi News विदेश एशिया देश के लिए क्या बेहतर है इस बात का फैसला केवल चीन ही कर सकता है- अमेरिका

देश के लिए क्या बेहतर है इस बात का फैसला केवल चीन ही कर सकता है- अमेरिका

चीन की सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के राष्ट्रपति कार्यकाल की सीमा समाप्त करने का प्रस्ताव पेश करने पर आज अमेरिका ने कहा कि इस बात का निर्णय चीन ही ले सकता है कि ‘‘उसके देश के लिए क्या बेहतर है।’’

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वाशिंगटन: चीन की सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के राष्ट्रपति कार्यकाल की सीमा समाप्त करने का प्रस्ताव पेश करने पर आज अमेरिका ने कहा कि इस बात का निर्णय चीन ही ले सकता है कि ‘‘उसके देश के लिए क्या बेहतर है।’’ सीपीसी के इस कदम से चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को अनिश्चितकाल तक पद पर बने रहने की अनुमति मिल सकती है। (सीरियाई हमलों को रोकने के लिए अमेरिका ने डाला रूस पर दबाव कहा, अपने प्रभाव का इस्तेमाल करे )

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि चीन ही यह निर्णय ले सकता है कि उसके देश के लिए क्या बेहतर है।’’ उन्होंने कहा कि कार्यकाल की सीमा का ‘‘राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यहां समर्थन करते हैं लेकिन यह एक ऐसा निर्णय है जो चीन का होगा।’’

सारा ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति (अमेरिका के) ने अभियान के दौरान कई बार कार्यकाल सीमा पर चर्चा की। यह कुछ ऐसा है जिसका वह यहां अमेरिका में समर्थन करते रहे हैं। लेकिन यह एक ऐसा निर्णय है जिसे चीन लेगा।’’ चीन में वर्ष 1949 से सत्ता पर काबिज सीपीसी ने कल देश के संविधान से राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के दो कार्यकाल की सीमा समाप्त करने के लिए देश के संविधान में संशोधन करने का एक प्रस्ताव पेश किया था ताकि राष्ट्रपति शी चिनफिंग अनिश्चितकाल तक कार्यकाल में बने रह पाएं।

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