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Hindi News विदेश एशिया ईरान ने अपने शस्त्रागार में इन अत्याधुनिक क्रूज मिसाइलों को किया शामिल, अमेरिका तक मार करने में हैं सक्षम

ईरान ने अपने शस्त्रागार में इन अत्याधुनिक क्रूज मिसाइलों को किया शामिल, अमेरिका तक मार करने में हैं सक्षम

ईरान ने अमेरिका से युद्ध की तैयारी शुरू कर दी है। ईरानी नौसेना ने अब अपने शस्त्रागार में ऐसी क्रूज मिसाइलों को शामिल किया है, जो सबसे ज्यादा अत्याधुनिक हैं और वह अमेरिका तक मार कर सकती हैं। ईरान ने इजरायल-हमास युद्ध के दौरान और अमेरिका से चल रहे तनाव के बीच अपनी इस क्षमता में ये बढ़ोत्तरी की है।

ईरान ने अपनी नौसेना के बेड़े में शामिल की अत्याधुनिक क्रूज मिसाइलें।- India TV Hindi Image Source : AP ईरान ने अपनी नौसेना के बेड़े में शामिल की अत्याधुनिक क्रूज मिसाइलें।

इजरायल-हमास युद्ध और अमेरिका से चल रहे भारी तनाव के बीच ईरान ने अपनी युद्ध क्षमता को बढ़ाना शुरू कर दिया है। ईरान की नौसेना ने रविवार को अपने शस्त्रागार में स्वदेश निर्मित अत्याधुनिक क्रूज मिसाइलें शामिल कीं। इन मिसाइलों की मारक क्षमता अमेरिका तक है  ईरान के सरकारी टीवी ने यह जानकारी दी। टीवी ने बताया कि तलाइह और नासिर क्रूज मिसाइलें राजधानी तेहरान से लगभग 1,400 किलोमीटर (850 मील) दक्षिण-पूर्व में दक्षिणी ईरानी बंदरगाह कोणार्क में हिंद महासागर के पास एक नौसैनिक अड्डे पर पहुंचीं।

नौसेना प्रमुख एडमिरल शाहराम ईरानी ने बताया कि तलाइह की मारक क्षमता 1,000 किलोमीटर (620 मील) से अधिक है और यह दागे जाने के बाद लक्ष्य बदलने में सक्षम है। उन्होंने बताया कि नासिर की मारक क्षमता 100 किलोमीटर (62 मील) है और इसे युद्धपोतों पर तैनात किया जा सकता है। इससे पहले पिछले महीने एक इजराइली अरबपति के स्वामित्व वाले कंटेनर पोत पर हिंद महासागर में एक संदिग्ध ईरानी ड्रोन ने हमला किया था। इजराइल ने गाजा पट्टी में ईरान समर्थित हमास के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है, जिसके कारण इजराइली पोतों को निशाना बनाया जा रहा है।

ईरान के पास हैं 2000 किमी तक मार करने वाली मिसाइलें

ईरान समय-समय पर नए सैन्य उपकरणों के परीक्षण, उत्पादन और उन्हें सेवा में शामिल किए जाने की घोषणा करता रहता है, लेकिन इन घोषणओं को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया जा सकता। ईरान का कहना है कि उसके पास 2,000 किलोमीटर (1250 मील) तक की मारक क्षमता वाली विभिन्न प्रकार की मिसाइलों का भंडार है, जो क्षेत्र में उसके कट्टर दुश्मन इजराइल और अमेरिकी ठिकानों तक पहुंचने में सक्षम हैं। जाहिर है कि ईरान के दो प्रमुख दुश्मन इजरायल और अमेरिका ही हैं। (एपी)

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