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Hindi News विदेश यूरोप रूस ने यूक्रेन पर गिराया परमाणु बम जैसा घातक "क्लस्टर बम", मची तबाही; कई मायने में न्यूक्लियर बम से भी है खतरनाक

रूस ने यूक्रेन पर गिराया परमाणु बम जैसा घातक "क्लस्टर बम", मची तबाही; कई मायने में न्यूक्लियर बम से भी है खतरनाक

रूस ने यूक्रेन पर फिर बहुत ही घातक प्रहार किया है। इससे यूक्रेन के दक्षिणी खेरसॉन में अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 5 दर्जन से अधिक इमारतों के परखच्चे उड़ गए हैं। यह हमला क्लस्टर बमों से किया गया है, जो एक बार ब्लास्ट होने के बाद कई छोटे-छोटे बमों में तब्दील हो जाते हैं।

प्रतीकात्मक फोटो- India TV Hindi Image Source : AP प्रतीकात्मक फोटो
रूस ने यूक्रेन पर लंबे समय बाद बहुत ही खतरनाक हमला किया है। रूसी सेना ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन के दक्षिणी शहर खेरसॉन के एक उपनगर पर क्लस्टर बम गिरा दिया है। इसमें 6 लोग मारे गए हैं, जबकि 60 से अधिक आवासीय और बुनियादी ढांचे की इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। रूस के इस भीषण हमले ने दक्षिणी खेरसॉन में तबाही मचा दी है। कई मायनों में क्लस्टर बम परमाणु हथियारों से भी अधिक खतरनाक हैं। शुक्रवार को 3 अन्य लोगों की मौत हो गई। एक यूक्रेनी अधिकारी ने यह जानकारी दी। इसके साथ ही एक दिन में युद्ध में जान गंवाने वाले नागरिकों की संख्या छह हो गई।
 
यूक्रेन के गृह मंत्री मंत्री इहोर क्लिमेंको ने कहा कि खेरसॉन के चर्नोबायिवका उपनगर में दोपहर में हुई भारी गोलाबारी में पांच लोग घायल हो गए। उन्होंने कहा कि दिन में हुए हमले में 60 से अधिक रिहाइशी भवन और बुनियादी ढांचे ध्वस्त हो गए। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा है कि रूस और यूक्रेन दोनों की तरफ से युद्ध में क्लस्टर बमों का इस्तेमाल किया गया। आलोचकों का कहना है कि हथियार जमीन पर छर्रे फैलाते हैं और लड़ाकों की तुलना में कहीं अधिक नागरिकों को नुकसान पहुंचाते हैं और मारते हैं।
 
इससे पहले दिन में हुए हमलों में अलग-अलग क्षेत्रों में तीन लोगों की जान रूसी हमलों में गई थी। इस बीच, रूस के सरकारी मीडिया ने बताया कि टीवी पत्रकार बोरिस मकसूदोव की दक्षिणी यूक्रेन के रूस के कब्जे वाले जापोरिज्जिया क्षेत्र में काम करने के दौरान ड्रोन हमले में घायल होने के बाद मौत हो गई।
 
कितने खतरनाक हैं क्लस्टर बम

 क्लस्टर बम तबाही का एक ऐसा बम है, जो परमाणु तो नहीं, लेकिन एटमिक हथियारों से कई मायनों में कम भी नहीं। क्लस्टर बम  जहां गिराये जाते हैं वहां जलजला ला देते हैं। जमीन को बंजर बना देते हैं और आबादी को वीरान कर देते हैं। क्लस्टर का मतलब गुच्छा या किसी चीज का समूह होता है। यह हवा से विमान के जरिये ऊंचाई से गिराये जाते हैं या समुद्र से दागे जाते हैं। जब एक क्लस्टर बम फटता है तो उससे छोटे-छोटे हजारों नए बम हवा में ही तैयार होकर बर्बादी की बारिश करने लगते हैं।

बिलकुल परमाणु बमों की तर्ज पर इनकी संख्या एक से हजारों होती जाती है। इनसे बहुत सारे लघु क्लस्टर बम स्वतः तैयार हो जाते हैं, जो इलाका का इलाका साफ कर देते हैं। इसे दुश्मनों के युद्धक वाहनों को नष्ट करने और लोगों को मारने के लिए बहुतायत इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके साथ ही हवाई पट्टी को उड़ाने, विद्युत ट्रांसमिशन लाइनों को नष्ट करने, जमीनी-बारूदी सुरंगों को तितर-बितर करने, रासायनिक और जैविक हथियारों को ठिकाने लगाने में भी इन क्लस्टर बमों का इस्तेमाल किया जाता है। क्लस्टर बमों में विस्फोट होने के बाद वह 100 से 1000 मीटर की ऊंचाई तक जा सकते हैं। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये कितने खतरनाक होते हैं।  (एपी) 

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