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अमेरिका के प्रतिनिधि सभा में रचा गया इतिहास, धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर हुआ ये बड़ा काम

अमेरिका प्रतिनिधि सभा ने धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर नया इतिहास रचा है। पहली बार अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की कार्यवाही किसी सिख की प्रार्थना के बाद शुरू की गई है। अब से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था। अमेरिका ने कहा कि यह उसकी धार्मिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी को छूट को दर्शाता है।

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा। - India TV Hindi Image Source : AP अमेरिकी प्रतिनिधि सभा।

अमेरिकी प्रितनिधि सभा के इतिहास में जो आजतक नहीं हुआ, उसे अब कर दिखाया गया है। अमेरिका ने धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर नया इतिहास रचा है। पहली बार अमेरिका में न्यूजर्सी के एक सिख ग्रंथी ने प्रतिनिधि सभा की कार्यवाही शुरू करने के लिए प्रार्थना की, जो इतिहास में पहली बार हुआ है। अब तक अमेरिका के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था। मगर इस बार इसे संभव कर दिया गया। न्यूजर्सी में पाइन हिल गुरुद्वारे के ग्रंथी ज्ञानी जसविंदर सिंह ने शुक्रवार को सदन में प्रार्थना करने के साथ दिन की कार्यवाही का आगाज किया।

अभी तक आमतौर पर कार्यवाही शुरू होने से पहले एक पादरी प्रार्थना करता है। सदन के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी ने घोषणा की कि ञानी जसविंदर सिंह कार्यवाही की शुरुआत करेंगे। प्रार्थना के तुरंत बाद कांग्रेस सदस्य डोनाल्ड नोर्क्रोस ने इसे ऐतिहासिक अवसर बताया। सिंह अमेरिका की प्रतिनिधि सभा (संसद का निचला सदन) में प्रार्थना करने वाले पहले सिख ग्रंथी हैं। यह अमेरिका में धार्मिक स्वतंत्रता को दर्शाने कि लिए उठाया गया बड़ा कदम है।

अमेरिका धार्मिक स्वतंत्रता को देता है महत्व

दुनिया का सबसे ताकतवर और बड़ा लोकतंत्र होने के नाते अमेरिका में धार्मिक स्वतंत्रता को विशेष महत्व दिया जाता है। नोर्क्रोस ने कहा, ‘‘आज रचा गया इतिहास यह याद दिलाता है कि अमेरिका धर्म की स्वतंत्र अभिव्यक्ति का स्वागत करता है और उसे अहमियत देता है तथा उसके लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहेगा। ज्ञानी सिंह ने आज साउथ जर्सी को गौरवान्वित किया है और उनके साथ इस क्षण का हिस्सा बनना गौरव की बात है।  (भाषा)

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