नई दिल्ली। यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर की मुश्किलें आने वाले दिनों में और बढ़ने वाली हैं। रविवार को 11 मार्च तक के लिए ईडी कस्टडी में भेजे गए राणा कपूर को लेकर नई खबर सामने आ रही है। यस बैंक घोटाले मामले में सीबीआई की टीमें मुंबई में आधा दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। मुम्बई में 7 जगह हो रही है सीबीआई ने छापेमारी की है। सीबीआई की FIR में यश कपूर की बेटियों और पत्नी के नाम भी शामिल किए गए हैं।
सीबीआई की economics offence wing ने 7 मार्च को yes bank के प्रोमोटर डायरेक्टर राणा कपूर के खिलाफ केस दर्ज किया है। ये जानकारी मुम्बई कोर्ट में ईडी ने रिमांड लेने के दौरान कही है। रिमांड पेपर में ये लिखा है सीबीआई ने भी केस दर्ज किया है। अब सीबीआई भी मुम्बई में छापेमारी कर रही है। सीबीआई ने राणा कपूर के खिलाफ आईपीसी 120 बी, 420 और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन के सेक्शन 7, 12 और 13 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
सीबीआई ने राणा कपूर व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर, दीवान हाउसिंह (डीएचएफएल) और डीओआईटी अर्बन वेंचर्स कंपनी के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है। सीबीआई की प्राथमिकी के अनुसार घोटाला अप्रैल और जून, 2018 के बीच शुरू हुआ, जब यस बैंक ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) के अल्पकालिक ऋण पत्रों में 3,700 करोड़ रुपए का निवेश किया था। उन्होंने कहा कि इसके बदले वाधवन ने कथित रूप से कपूर और उनके परिवार के सदस्यों को 600 करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया। उन्होंने कहा कि यह लाभ डीओआईटी अर्बन वेंचर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड को कर्ज के रूप में दिया गया।
बता दें कि, कपूर इस समय प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में हैं। सूत्रों ने बताया कि यह आरोप है कि बैंक ने धन की वसूली के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए और ऐसा संदेह है कि बैंक के उस उदार रख का डीओआईटी वेंचर्स को मिले धन से संबंध है। कथित अनियमतताओं के कारण वित्तीय संकट में घिरे यस बैंक पर भारतीय रिजर्व बैंक की नियामकीय कार्रवाई के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने राणा कपूर को मनी लॉन्डरिंग (स्याह धन को सफेद करने) के आरोपों की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया है, कपूर (62) से पूछताछ की जा रही है