एलआईसी म्यूचुअल फंड अपनी प्रबंधन के तहत परिसंपत्ति (AUM) के एक लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंचने के बाद आईपीओ लाने का विचार कर सकती है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। कंपनी ने एक लाख करोड़ रुपये का एयूएम वित्त वर्ष 2025-26 तक होने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल एलआईसी एमएफ का एयूएम लगभग 38,000 करोड़ रुपये है, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 16,526 करोड़ रुपये था। एलआईसी म्यूचुअल फंड (एमएफ) एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आर के झा ने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में 67 फीसदी की ग्रोथ की है।
वित्त वर्ष 2023-24 में 67% की ग्रोथ की
झा ने कहा, “हमने वित्त वर्ष 2023-24 में 67 प्रतिशत की वृद्धि की है और हमारी वर्तमान वृद्धि दर 30 प्रतिशत है।” उन्होंने कहा कि सभी फंड्स में मौजूदा इक्विटी योगदान 47 फीसदी है। जबकि शेष 53 फीसदी हिस्सा बॉन्ड का है। झा ने कहा कि संस्थागत और कॉरपोरेट निवेशकों ने अपना पैसा ज्यादातर बॉन्ड में लगाया है, जबकि खुदरा भागीदारी का रुझान इक्विटी की ओर है।
कंपनी ने की है कई पहलें
उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि जब हम एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएं तो खुदरा या इक्विटी भारांश 65-70 प्रतिशत तक बढ़ जाए।” झा ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए एलआईसी एमएफ ने कई पहल की हैं। इनमें जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के विशाल नेटवर्क का उपयोग करके अपने कार्यालयों का विस्तार करना, विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर डिस्ट्रीब्यूशन चैनल स्थापित करना और प्रौद्योगिकी समाधान लागू करना शामिल है। इसके अलावा, एलआईसी एमएफ ने खुदरा निवेशकों की व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए न्यूनतम व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) राशि को कम कर दिया है।