5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के बाद हर किसी की निगाहें अब 5G सेवाओं की लॉन्चिंग पर हैं। Jio और Airtel अक्टूबर तक इन सेवाओं की लॉन्चिंग के संकेत दे चुके हैं। लेकिन शुरूआत में ये सेवाएं सिर्फ एक दर्जन शहरों में ही मिलेंगी। लेकिन देश के दूर दराज के क्षेत्रों में 5G सेवाएं कब उपलब्ध होंगी। इसे लेकर आज सरकार ने स्थिति साफ कर दी है।
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश के ज्यादातर हिस्सों में अगले दो-तीन साल में द्रुत गति वाली 5G सेवाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि 5G सेवा किफायती रहेगी। वैष्णव ने दूरसंचार बुनियादी ढांचे को तेजी से फैलाने की सुविधा के लिए 5G ‘राइट ऑफ वे एप्लिकेशन पोर्टल’ पेश करते हुए यह बात कही।
भारत में सबसे सस्ती सेवाएं
भारत सबसे सस्ती मोबाइल सेवाएं उपलब्ध कराने वाले देशों में से एक हैं और उम्मीद है कि यह प्रवृत्ति 5जी सेवाओं के लिए भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमें उद्योग में करीब 2.5 से तीन लाख करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है। तीन लाख करोड़ रुपये एक बड़ा निवेश है। इससे रोजगार के अच्छे अवसर भी पैदा हो रहे हैं। हमारा अनुमान है कि अगले दो से तीन वर्षों में 5G सेवाएं देश के लगभग सभी हिस्सों में पहुंच जाएंगी।’’
अक्टूबर से 5G सेवाएं शुरू होने की उम्मीद
उन्होंने कहा कि दूरसंचार कंपनियां बुनियादी ढांचा तैयार करने में व्यस्त हैं तथा अक्टूबर तक 5G सेवाएं शुरू कर दी जानी चाहिए और फिर इसे बहुत तेज गति से बढ़ाया जाना चाहिए। इस बीच, सरकार ने छोटे मोबाइल रेडियो एंटीना लगाने या ऊपर से दूरसंचार तार ले जाने को लेकर बिजली के खंभे, फुट ओवरब्रिज आदि का उपयोग करने के लिये शुल्क के साथ नियमों को भी अधिसूचित किया है। इसका उद्देश्य विशेष रूप से 5जी सेवाओं के क्रियान्वयन को आसान बनाना है।