Vilas Transcore IPO : हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को प्राइमरी मार्केट में सिर्फ एक कंपनी अपना आईपीओ लॉन्च करने जा रही है। यह एक एसएमई आईपीओ है। आज विलास ट्रांसकोर का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रहा है। निवेशक इस आईपीओ में 29 मई तक बोली लगा सकते हैं। कंपनी ने इस आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 139 रुपये से 147 रुपये प्रति शेयर तय किया है। ग्रे मार्केट में कंपनी का शेयर अच्छे-खासे प्रीमियम पर ट्रेड करता दिखा है। कंपनी इस आईपीओ के जरिए 95.26 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। आइए आईपीओ से जुड़ी प्रमुख डिटेल्स जानते हैं।
एंकर निवेशकों से जुटाए 27.12 करोड़
विलास ट्रांसकोर इस आईपीओ में 64.80 लाख फ्रेश इक्विटी शेयर जारी करेगी। इस आईपीओ में ऑफर फॉर सेल के तहत कोई शेयर नहीं होगा। आईपीओ में निवेशक न्यूनतम 1000 शेयरों और इसके मल्टीपल में बोली लगा सकते हैं। खुदरा निवेशकों को इस आईपीओ में कम से कम 1,47,000 रुपये निवेश करने होंगे। आईपीओ खुलने से पहले ही कंपनी ने एंकर निवेशकों से 27.12 करोड़ रुपये जुटा लिये हैं।
ग्रे मार्केट में तगड़ा मुनाफा
ग्रे मार्केट में सोमवार सुबह विलास ट्रांसकोर का शेयर अच्छे-खासे प्रीमियम पर ट्रेड करता दिखा है। यह शेयर 147 रुपये के अपने इश्यू प्राइस के मुकाबले 85 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड करता दिखा है। इस तरह स्टॉक एक्सचेंजों पर शेयर की लिस्टिंग 57.82 फीसदी प्रीमियम के साथ 232 रुपये पर हो सकती है। आईपीओ में शेयरों की लिस्टिंग 3 जून को होनी है। वहीं, शेयरों का अलॉटमेंट 30 मई को होना है। जिन्हें शेयर नहीं मिलेगा उन्हें 31 मई से रिफंड मिलना शुरू हो जाएगा।
35% हिस्सा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए
इस आईपीओ में 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व है। 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व है। 15 फीसदी हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व है। इस समय कंपनी में प्रमोटर हिस्सेदारी 99.97 फीसदी है। यह आईपीओ के बाद घटकर 73.01 फीसदी रह जाएगी। नीलेश जीतूभाई पटेल और नताशा जीतूभाई पटेल इस कंपनी के प्रमोटर हैं।
क्या करती है कंपनी?
2006 में शुरू हुई विलास ट्रांसकोर प्रमुख रूप से पावर डिस्ट्रीब्यूशन और ट्रांसमिशन कंपोनेंट की मैन्युफैक्चरिंग करती है। साथ ही देश-विदेश में ट्रांसफॉर्मर और दूसरे बिजली उपकरण मैन्युफैक्चरर्स को सप्लाई करती है। यह कंपनी पावर और डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर्स में इस्तेमाल आने वाले जीआरजीओ कोर और कॉइल जैसे उत्पाद भी बनाती है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 12.89 फीसदी बढ़कर 20.22 करोड रुपये रहा था।