A
Hindi News बिहार एक ही परिवार के तीन लोगों के मर्डर से दहल उठा बेगूसराय, पिता-पुत्र और बेटी की गोली मारकर हत्या

एक ही परिवार के तीन लोगों के मर्डर से दहल उठा बेगूसराय, पिता-पुत्र और बेटी की गोली मारकर हत्या

पिता अपने बेटे और बेटी नीलू को लेकर गोविंदपुर गांव पारिवारिक समझौते के लिए पहुंचे थे। तभी इस घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

Bihar, Murder- India TV Hindi Image Source : FILE एक ही परिवार के तीन लोगों के मर्डर से दहल उठा बेगूसराय

बेगूसराय​: बिहार में सत्ता परिवर्तन हो चुका है लेकिन हालात जस के तस हैं। राज्य में अपराधियों और अपराध का बोलबाला जारी है। सरेआम हत्याएं हो रही हैं। पुलिस अपराध को काबू में रखने का दावा तो कर रही है लेकिन हर रोज हो रही घटनाएं पुलिस के दावों की सच्चाई बता रही है। शनिवार रात को बेगूसराय में हुई घटना ने तो पूरे शहर को ही दहला दिया। 

एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या

बेगूसराय में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई। यह हत्याकांड साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के विष्णुपुर आहो की है। बताया जा रहा है कि इस हत्याकांड को मृतकों के  करीबी रिश्तेदारों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। मृतक की पहचान साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर श्रीनगर निवासी उमेश यादव, उनके 25 वर्षीय राजेश यादव और 21 वर्षीय बेटी नीलू कुमारी के रूप में हुई है। 

जानिए क्या था पूरा मामला 

घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के श्रीनगर छर्रापट्टी निवासी उमेश यादव के पुत्री लूसी कुमारी की शादी गोविंदपुर निवासी संजय यादव के भतीजा ललन यादव के साथ से हुई थी। इस दौरान संजय यादव के परिवार के लोग अपने रिश्तेदार के यहां बराबर श्रीनगर छर्रापट्टी आती थीं और नीलू भी बराबर अपनी बहन लूसी के घर गोविंदपुर जाती थी। इसी दौरान लूसी के देवर हिमांशु से नजदीकी जान पहचान हो गई।

गोली मारकर की गई हत्या 

इससे कुछ दिन पहले नीलू की शादी हिमांशु यादव के साथ हुई थी। लेकिन वह लोग लड़की को रखना नहीं चाहते थे। उसी के परिवार में किसी अन्य की शादी होनी थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद आज उमेश यादव अपने पुत्र राजेश कुमार एवं पुत्री नीलू के साथ गोविंदपुर पहुंच गए और घर में रखने का दबाव बनाया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहा सुनी हुई। तभी तीनों को गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद कोहराम मच गया।

रिपोर्ट - संतोष श्रीवास्तव