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Hindi News बिहार Lockdown के दौरान MLA की बेटी को कोटा से लाने का मामला, बॉडीगार्ड और ड्राइवर सस्पेंड

Lockdown के दौरान MLA की बेटी को कोटा से लाने का मामला, बॉडीगार्ड और ड्राइवर सस्पेंड

बिहार के नवादा जिला के हिसुआ विधानसभा क्षेत्र से विधायक अनिल सिंह के दो अंगरक्षकों और वाहन चालक को विधायक की पुत्री को राजस्थान के कोटा से लाने पर निलंबित कर दिया गया है।

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नवादा: बिहार के नवादा जिला के हिसुआ विधानसभा क्षेत्र से विधायक अनिल सिंह के दो अंगरक्षकों और वाहन चालक को विधायक की पुत्री को राजस्थान के कोटा से लाने पर निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक हरि प्रसाथ एस. ने विधायक अनिल सिंह के अंगरक्षकों शशि कुमार और राजेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबित किये गये दोनों अंगरक्षकों पर बिना सूचना दिए बिहार से दूसरे राज्य जाने और स्पष्टीकरण में दूसरे राज्य जाने की बात छिपाने के साथ कतर्व्यहीनता के आरोप हैं। 

पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि नियम के अनुसार राज्य के बाहर कोई भी हमारा अंगरक्षक हथियार लेकर नहीं जा सकता है । सरकारी ड्यूटी के दौरान इसके लिए उसे अनुमति लेनी होती है । बिना अनुमति के हथियार लेकर जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई है। बिहार विधानसभा सचिवालय ने विधायक के साथ कोटा जाने वाले वाहन चालक शिव मंगल चौधरी को अनुमति के बिना राज्य से बाहर वाहन ले जाने के मामले में संतोषजनक जवाब नहीं देने पर बृहस्पतिवार को उन्हें निलंबित कर दिया था। विधानसभा सचिवालय ने सिंह को सदन में भाजपा के सचेतक के तौर पर उक्त वाहन प्रदान किया है।

बिहार सरकार ने लॉकडाउन के दौरान भाजपा विधायक अनिल सिंह को अपनी पुत्री को राजस्थान के कोटा से लाने के लिए यात्रा पास निर्गत करने वाले नवादा सदर अनुमंडल पदाधिकारी अनु कुमार को गत 21 अप्रैल को निलंबित कर दिया था। नवादा जिले में हिसुआ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अनिल सिंह 16 अप्रैल को राजस्थान के कोटा शहर के लिए रवाना हुए थे और शनिवार देर रात अपने पटना आवास लौट आए थे। अपनी पुत्री को कोटा से लाने के लिए सिंह को नवादा सदर अनुमंडल दंडाधिकारी ने 15 अप्रैल को यात्रा पास जारी किया गया था, जो कि रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। 

उल्लेखनीय है कि जद (यू) से बर्खास्त राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर और तेजस्वी ने कोटा में फंसे बिहार के छात्रों का मुद्दा शनिवार को उठाते हुए उन्हें वापस नहीं लाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा था। बिहार से बड़ी संख्या में मेडिकल और इंजीनियरिंग में दाखिला लेने के लिए इच्छुक छात्र हर साल राजस्थान के कोटा शहर जाते हैं जहां कई प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान स्थित हैं। बिहार के कैमूर जिला की सीमा पर गत सोमवार को कोटा व भोपाल से पहुंचे 46 छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग कराकर उनके गृह जिले में भेज दिया गया । उनमें से किसी में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए थे। 

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