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मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल 2021 का ऐलान, 12 से 15 दिसंबर तक होगा आयोजन

मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल 2021 ने अपने चौथे संस्करण की तारीख का ऐलान कर दिया है। पहले तीन संस्करणों के सफल समापन के बाद, इस साल यह समारोह 12 to 15 दिसंबर तक, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा।

मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल 2021 का ऐलान, 12 से 15 दिसंबर तक होगा आयोजन- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल 2021 का ऐलान, 12 से 15 दिसंबर तक होगा आयोजन

दरभंगा (बिहार): मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल 2021 ने अपने चौथे संस्करण की तारीख का ऐलान कर दिया है। पहले तीन संस्करणों के सफल समापन के बाद, इस साल यह समारोह 12 to 15 दिसंबर तक, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा। मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल नई दिल्ली में अवस्थित सेंटर फॉर स्टडीज ऑफ सिस्टम्स एंड ट्रेडिशन (सी.एस.टी.एस) का एक प्रमुख कार्यक्रम है। इस समारोह का उद्देश्य मिथिला के सांस्कृतिक, स्थापत्य, दार्शनिक और साहित्यिक विचारों को एक कड़ी में पिरोना तथा साथ में स्थानीय मतों को प्रोत्साहन देना है। 

समारोह का पहला संस्करण 2018 में किया गया था। हर साल मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल उन सब पहलुओं को एक मंच देता है जो मिथिला की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और दार्शनिक परंपरा के प्रतिनिधित्व हैं। अपने चौथे संस्करण में मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल मूलतः "सीता" के स्वरूप व तत्त्व के अनेक प्रसंगों पर आधारित है। जैसे- "वैदेही"- एक अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी है, जिसमें सीता के 150 अवतारों को रंजित किया गया है, इस कला प्रदर्शन के माध्यम से भी सीता के विभिन्न रूपों को दर्शाया जाएगा।

इसमें और भी कई कार्यक्रम शामिल हैं, जैसे- 'एकवस्त्रा', जो स्थानीय बुनकरों और महिलाओं की भागीदारी पर आधारित है, साथ ही साथ महिला उद्यमियों पर केंद्रित "स्त्री दलान", "रसनचौकी", बाल रंग-मंच शिविर, नेपाली सांस्कृतिक कार्यक्रम और अन्य स्थानीय परंपराओं को उजागर करने वाले कार्यों का प्रदर्शन किया जाएगा। मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल 2021 युवा पीढ़ी के लिए एक बड़ा अवसर होगा, क्योंकि यह "युवा साहित्य" के साथ-साथ युवा उद्यमियों को स्टार्ट-अप पर अपने विचारों को प्रदर्शित करने के लिए मंच प्रदान करेगा। 

इसके अलावा, चौथे संस्करण में फिल्म निर्माण कार्यशाला, "अरिपन"- बच्चों और महिलाओं के लिए ड्राइंग प्रतियोगिता, फोटोग्राफी कार्यशाला, पेंटिंग कार्यशाला, भाषा विज्ञान पर आधारित कार्यशाला, जैसे विभिन्न कार्यक्रम शामिल हैं। इन आयोजनों के अलावा भाषा, विज्ञान, शिक्षा, उद्योग, दर्शन, पर्यावरण और मैथिली साहित्य में महात्मा गांधी पर शैक्षणिक चर्चा होंगी। दरभंगा के अमता घराना धुपद, हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत का प्रदर्शन करेंगे।

इस कार्यक्रम में साहित्य, कला, राजनीति, आध्यात्म और शिक्षा के क्षेत्र के महत्वपूर्ण हस्तियां भी शामिल होंगी। प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना वीना सी शेषाद्री भी इस चार दिवसीय कार्यक्रम में "जय जानकी" पर अपने नृत्य कला का प्रदर्शन करेंगी तथा प्रख्यात अभिनेत्री कनुप्रिया पंडित अपनी अभिनय कला को "जायें से पहिने: सीता पिया कथा" नामक नाटक के माध्यम से प्रस्तुत करेंगी। 

इस नाटक की रचयिता पद्मश्री उषा किरण खान हैं और मशहूर अभिनेता तथा रंगमंच निर्देशक पदमश्री राम गोपाल बजाज दवारा इस नाटक को निर्देशित किया गया है। समारोह में भाजपा नेता राम माधव विशिष्ट अतिथि होंगे।