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Hindi News बिहार सुशील मोदी ने नीतीश कुमार के बयान को बताया सड़कछाप, ये बोलकर सुर्खियों में आए थे बिहार के सीएम

सुशील मोदी ने नीतीश कुमार के बयान को बताया सड़कछाप, ये बोलकर सुर्खियों में आए थे बिहार के सीएम

बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बच्चे पैदा करने वाले बयान पर दिग्गज बीजेपी नेता सुशील मोदी ने सवाल उठाया है। उन्होंने नीतीश कुमार के बयान पर निशाना साधते हुए कहा 'नीतीश कुमार ने कल जैसा बयान दिया ये एक सड़क छाप बयान है। एक CM से ये अपेक्षा नहीं की जाती कि वो ऐसा बयान दें।'

Nitish Kumar- India TV Hindi Image Source : FILE Nitish Kumar

बिहार की राजनीति में कब और किस बयान पर बवाल हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। सूबे के सीएम नीतीश कुमार ने समाधान यात्रा के दौरान हाजीपुर में एक ऐसा बयान दिया, जिससे वे सुर्खियों में आ गए। प्रजनन दर को ​लेकर दिए गए बयान पर बखेड़ा खड़ा हुआ। अब इस पर बीजेपी नेता सु​शील मोदी ने भी उन पर निशाना साधा है। 

सुशील मोदी ने नीतीश कुमार के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि 'नीतीश कुमार ने कल जैसा बयान दिया ये एक सड़क छाप बयान है। एक CM से ये अपेक्षा नहीं की जाती कि वो ऐसा बयान दें। ये ठीक है कि महिलाओं के शिक्षित होने से परिवार नियोजन को बढ़ावा मिलेगा, मगर उन्होंने पुरुषों पर जो हल्की टिप्पणी की वो बहुत अपमानजनक है।'

बिहार के हाजीपुर में दिया था बयान, जिसे लेकर सुर्खियों में आए

दरअसल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार 5 जनवरी से समाधान यात्रा पर हैं। उन्होंने बिहार के हाजीपुर में विकास कार्यों की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने एक कार्यक्रम प्रजनन दर को लेकर चर्चा की। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। यह वीडियो विधानपरिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने शनिवार को जारी किया था। इसमें उन्होंने सीएम पर निशाना साधा। चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री 'कुशासन कुमार' ने जिन अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया वह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। ऐसे शब्दों का प्रयोग कर वह मुख्यमंत्री पद की गरिमा को कलंकित कर रहे हैं।

प्रजनन दर को लेकर क्या कहा था सीएम नीतीश कुमार ने?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नीतीश कुमार कार्यक्रम में प्रजनन दर को रोकने के लिए महिला और पुरुष को लेकर टिप्पणी करते दिखे। इस बात का जो वीडियो सम्राट चौधरी ने ट्विटर पर शेयर किया है उसमें मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि 'अब मर्द लोग जिस तरीके से रोज-रोज अपना करते ही रहता है, लेकिन उसको ध्यान में नहीं रहता है कि हमको रोज बच्चा पैदा नहीं करना है। मर्दों को इससे कोई मतलब नहीं रहता है। महिलाएं ही इसको लेकर खुद को बचा सकती हैं। तभी प्रजनन दर को काबू में किया जा सकता है।'