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Hindi News बिहार तेजस्वी और तेजप्रताप ने लिया रशियन टीका स्पुतनिक, NDA ने कसा तंज

तेजस्वी और तेजप्रताप ने लिया रशियन टीका स्पुतनिक, NDA ने कसा तंज

कोविड-19 का टीका न लगवाने को लेकर बिहार में सत्तारूढ़ राजग की ओर से आलोचना झेल रहे राजद नेता तेजस्वी यादव के बुधवार को अपने बड़े भाई तेज प्रताप यादव के साथ रूसी स्पुतनिक-वी टीका लिए जाने पर राजग ने तंज कसा है।

<p>तेजस्वी और तेजप्रताप...- India TV Hindi Image Source : TWITTER तेजस्वी और तेजप्रताप ने लिया रशियन टीका स्पुतनिक, NDA ने कसा तंज

पटना: कोविड-19 का टीका न लगवाने को लेकर बिहार में सत्तारूढ़ राजग की ओर से आलोचना झेल रहे राजद नेता तेजस्वी यादव के बुधवार को अपने बड़े भाई तेज प्रताप यादव के साथ रूसी स्पुतनिक-वी टीका लिए जाने पर राजग ने तंज कसा है। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के दोनों बेटों ने बुधवार को यहां मेदांता अस्पताल में स्पुतनिक टीके लिए। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी ने बाद में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘हमने स्पुतनिक टीका लिया, बहरहाल टीका, टीका होता है। इससे क्या फर्क पड़ता है कि वह भारतीय है या विदेशी।''

वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘कोरोना टीकाकरण अभियान को काल्पनिक बताने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी आखिकार आज टीका लगवा ही लिया।’’ पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘अच्छी बात है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव ने काफी देर से ही सही कोरोना की वैक्सीन ले ली। दोनों भाइयों को अब राजनीतिक बातें भूल कर अपने माता-पिता को भी टीका लगवाने के लिए तैयार करना चाहिए।’’

सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘यदि लालू प्रसाद ने टीका लिया है तो यह जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए ताकि राजद के लाखों समर्थकों को टीका लेने की प्रेरणा मिले। टीकाकरण को लेकर लोगों का भ्रम दूर करने में लालू परिवार सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि तेजस्वी और तेजप्रताप यादव ने यदि निजी अस्पताल के बजाय पटना स्थित एम्स, आइजीआइएमएस या किसी अन्य सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना के टीके लिए होते तो जनता के बीच अच्छा संदेश जाता। तेजप्रताप स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। उन्हें उन निजी अस्पतालों की ब्रांडिंग से बचना चाहिए था जो गरीबों की पहुँच से बाहर हैं।

सुशील ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई अतिविशिष्ट व्यक्ति सरकारी संस्थानों में कोरोना के टीके ले चुके हैं।